पुटकइी में लचर विद्युत व्यवस्था के खिलाफ निकला मशाल जुलूस

अधिकारियों के आश्वासन के बाद 20 जुलाई को विद्युत सब स्टेशन घेराव का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 20, 2024 1:29 AM

लचर विद्युत व्यवस्था के खिलाफ शुक्रवार की शाम मशाल जुलूस निकाला गया. इसका नेतृत्व पुटकी बाजार चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष हीरालाल शर्मा व महासचिव मुर्तजा अंसारी ने किया. जुलूस में पुटकी, केंदुआ, लोयाबाद चेंबर ऑफ कॉमर्स से जुड़े दर्जनों व्यवसायी शामिल हुए. मशाल जुलूस पुटकी क्षेत्र का भ्रमण करते हुए पुटकी मोड़ पहुंचा. यहां नुक्कड़ सभा हुई. जुलूस के पश्चात करकेंद विद्युत आपूर्ति प्रमंडल के एसडीओ सुजीत कुमार व जेई जीवच गुप्ता चेंबर के पदाधिकारी के पास पहुंचे. आश्वस्त कराया कि अगले एक माह में विद्युत आपूर्ति को सुचारू कर दिया जाएगा. अधिकारियों के आश्वासन के पश्चात चेंबर में 20 जुलाई को विद्युत सब स्टेशन घेराव का कार्यक्रम स्थगित कर दिया. जुलूस में विकास चौधरी, शाहरुख खान, मो इम्तियाज उर्फ टीपू, राजू अंसारी, केदार प्रसाद बर्णवाल, निरंजन शर्मा, सरोज कुमार, मुकेश कुमार बर्णवाल, हुकुम चंद्र अग्रवाल, महेंद्र बर्णवाल, रविन्द्र सिंह, चांद परवेज, मो हाफिज, सदानंद वर्णवाल, बालेश्वर सोनी, बाबू भाई, बबलू बर्णवाल आदि मौजूद थे. इधर सभी तैयारी के बाद चेंबर के वरीय पदाधिकारियों द्वारा घेराव आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा से व्यवसायियों का एक तबका नाराज दिखा.

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कांड्रा ग्रिड की क्षमता बढ़ाने को इस माह शुरू होगा काम

जिले में बिजली संकट को दूर करने के लिए गोविंदपुर स्थित कांड्रा ग्रिड की क्षमता बढ़ाने की योजना पर इस माह के अंतिम से काम शुरू होगा. शुक्रवार को झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड (जेयूएसएनएल) व झारखंड राज्य बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) के अधिकारी के बीच आयोजित बैठक में इसकी तैयारियों पर चर्चा की गयी. अगले सप्ताह क्षमता बढ़ाने की योजना को लेकर तिथि निर्धारण का निर्णय लिया गया. जेयूएसएनएल के अधीक्षण अभियंता आरएल पासवान ने बताया कि ग्रिड के पावर ट्रांसफॉर्मरों की क्षमता बढ़ाने को लेकर बिजली कटौती की जायेगी. इसका असर धनबाद शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण इलाकों पर भी पड़ेगा. वर्तमान में ग्रिड में दो पावर ट्रांसफॉर्मर लगे हैं. एक-एक कर दोनों को बदलकर अतिरिक्त क्षमता वाला ट्रांसफॉर्मर लगाया जायेगा. योजना का कार्य शुरू होने के अगले पांच से सात दिनों तक पावर ट्रांसफॉर्मर बदलने का काम किया जायेगा. ऐसे में एक ट्रांसफॉर्मर से सप्लाई बंद होने से इसका असर बिजली वितरण पर पड़ेगा. पावर ट्रांसफॉर्मर लगाने के दौरान धनबाद शहरी क्षेत्र को मिलने वाली 40 मेगावाट बिजली नहीं मिलेगी. ऐसे में लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ेगा.

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