Dhanbad News: पटरियों के पास गजराज के आते ही रोक दी जायेगी ट्रेनें
रेलवे ट्रैक पर हाथियों को दुर्घटना से बचाने के मकसद से ग्रैंड कॉड सेक्शन में आइडीएस प्रणाली स्थापित की जायेगी. इसके बाद ट्रैक पर हाथियों के आने पर धनबाद व हजारीबाग कंट्रोल को जानकारी मिलेगी.
धनबाद.
अक्सर ट्रेन से टकराकर हाथियाें के मारे जाने की घटनाएं होती हैं. इसमें ट्रेन के भी दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बना रहा है. ऐसी घटनाओं पर राेक लगाने के लिए रेलवे की ओर से एक नयी प्रणाली अपनायी जायेगी. इससे हाथियों के रेलवे ट्रैक के पास पहुंचते ही रेलवे को इसकी जानकारी मिल जायेगी और समय रहते ट्रेनों को रोक दिया जायेगा या सावधानी के साथ चलाया जायेगा. इसके लिए रेलवे की ओर से ग्रैंड कॉर्ड सेक्शन को आइडीएस (इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम) प्रणाली से लैस किया जायेगा. दो फरवरी को इसका टेंडर खोला जायेगा. छह माह में काम पूरा कर लेना है. बरसात से पहले इसे स्थापित कर लेने की योजना है. इसका सेंट्रलाइज्ड मॉनिटरिंग कंट्रोल धनबाद होगा. हजारीबाग को भी कंट्रोल दिया जायेगा.एआइ करेगा हाथी की पहचान
ट्रैक के करीब आने वाले हाथी या फिर हाथी का बच्चा की पहचान करने के लिए एआइ का इस्तेमाल किया जायेगा. प्रणाली में हाथी व उसके बच्चे का चित्र को डाला जायेगा. इसका फायदा होगा कि प्रणाली तभी काम करेगी, जब हाथी या हाथी का बच्चा आये. इसके अलावा दूसरा कोई भी जानवर इस प्रणाली के करीब आता है, तो यह काम नहीं करेगा.हाथियों को सुरक्षित रखना जरूरी
हाथियों की सुरक्षा जरूरी है. ट्रेन की चपेट में आने से हाथियों की मौत हो जाती है या गंभीर रूप से घायल हो जाते है. इससे ट्रेन को भी नुकसान होता है. उपकरण के चालू होने के बाद ऐसी दुर्घटना नहीं होगी. हाथी भी सुरक्षित रहेंगे.उपकरण कैसे करता है काम
यह उपकरण धनबाद रेल मंडल में पहली बार इस्तेमाल हो रहा है. हांलांकि दूसरे रेल मंडल में भी इसे लगाया जा रहा है. आइडीएस प्रणाली के तहत ओएफसी केबल को जमीन के नीचे बिछाया जाता है. हाथी जब केबल के नजदीक आयेंगे, तो यह कंट्रोल को सूचना देगा. साथ ही ग्रेंड कॉड लाइन में चल रहे लोको पायलट को इसकी सूचना मिल जायेगी और लोको पायलट ट्रेन को रोक देगा. ट्रैक क्लीयर होने पर ही ट्रेन पास होगी.हजारीबाग के 40 किलोमीटर अप व डाउन एरिया को करेगा कवर
यह प्रणाली हजारीबाग रोड के 40 किलोमीटर अप व डाउन लाइन को कवर करेगा. सिस्टम को चिचाकी-हजारीबाग रोड और केशवरी-चौबे तक लगाया जाना है. यह गोमो के पास से लेकर कोडरमा तक कवर करेगा. इसके लिए चार करोड़ 38 लाख 17 हजार 858 रुपये का प्राक्कलन तैयार किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है