ट्रांसपोर्टर प्रवीण राय हत्याकांड : एक साल बाद भी षड्यंत्रकारियों को पकड़ नहीं पायी पुलिस
ट्रांसपोर्टर प्रवीण राय हत्याकांड : एक साल बाद भी षड्यंत्रकारियों को पकड़ नहीं पायी पुलिस
पाथरडीह पुलिस षड्यंत्रकारी धीरेंद्र सिंह व धर्मेश सिंह की गिरफ्तारी के लिए हवा में चला रही है तीर
जोड़ापोखर.
पाथरडीह थाना क्षेत्र की चासनाला साउथ कॉलोनी सेलकर्मी व कोल ट्रांसपोर्टर प्रवीण राय व होटल संचालक राजकिशोर सिंह हत्याकांड के एक साल बाद भी हत्या के षड्यंत्रकारी चासनाला निवासी धीरेंद्र सिंह व धर्मेश सिंह पुलिस की पकड़ से बाहर है, जबकि कांड में शामिल शूटर से लेकर कई अपराधी कोर्ट में सरेंडर कर चुके हैं. दोनों को पकड़ने के लिए पाथरडीह पुलिस छापामारी कर रही है, लेकिन षड्यंत्रकारी उनकी पकड़ से कोसों दूर है. विदित हो कि कोल ट्रांसपोर्टर प्रवीण राय 14 जून 23 को अपने घर से चासनाला कांटा घर के समीप निजी कार्यालय पहुंचे थे, तो घात लगाकर बैठे शूटरों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी. गोली की आवाज सुनकर होटल संचालक राजकिशोर सिंह दुकान से बाहर निकले, तो अपराधियों ने उन्हें भी गोली मार दी. इलाज के लिए उन्हें रांची से कोलकाता ले जाया जाने लगा तो रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया. प्रवीण राय की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी थी. पुलिस के अनुसार प्रवीण राय की हत्या के लिए चासनाला निवासी धीरज सिंह ने राजगंज के एक होटल में यूपी के शूटर पहलवान व अमन यादव को बुलाया था. हत्या के लिए पांच लाख रुपए के बदले कोयला देने पर उनके बीच सहमति बनी थी. दोनों शूटर हत्या के पहले चासनाला क्षेत्र को देख चुके थे. हत्याकांड को अंजाम देने के बाद दोनों मोटरसाइकिल से भाग कर बंगाल, फिर यूपी चले गये. घटना के कुछ माह बाद यूपी पुलिस ने अमन यादव को गिरफ़्तार कर लिया. दूसरा शूटर पहलवान, षड्यंत्रकारी धीरेंद्र सिंह, बाबू सिंह उर्फ निक्की,आदित्य सेट्टी व गोलू ने धनबाद न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था. मृतक के भाई जयप्रकाश राय उर्फ पलटू राय ने भाई प्रवीण की हत्या के बाद एसएसपी को आवेदन पत्र देकर सुरक्षा की मांग की थी, जो अभी तक नहीं मिली है.पाथरडीह थाना प्रभारी पवन चंद्र पाठक ने कहा कि दोनों फरार अपराधियों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस लगातार छापामारी कर रही है. जल्द पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर लेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है