अवैध कोयला ला रहे दो लोग गंभीर रूप से घायल, कुछ ने पानी में कूद कर बचायी जान, खदान के ऊपर 100 फीट दायरे में बनी दरार, प्रबंधन-प्रशासन ने किसी के हताहत होने से किया इंकार
dhanbad news इसीएल मुगमा क्षेत्र की बंद कापासारा आउटसोर्सिंग में मंगलवार की दोपहर ढाई बजे जोरदार आवाज के साथ चाल धंस गयी. उस दौरान खदान से अवैध कोयला लेकर ऊपर आ रहे दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. मुहाने के समीप खड़े चार-पांच लोगों ने खदान के पानी में कूद कर जान बचायी. घटना में लगभग एक दर्जन लोगों के दबे होने की आशंका जतायी जा रही है, हालांकि पुलिस व प्रबंधन इससे इंकार कर रहा है. पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इसीएल ने समीप की खदान काे पानी बारिश के कारण छोड़ दिया. उसके कारण भू-धंसान हुई. भू-धंसान से खदान के ऊपर लगभग एक सौ फीट के दायरे में दरार पड़ गयी है. सूचना पर सीओ कृष्ण कुमार मरांडी, एसडीपीओ रजतमनी बाखला, इंस्पेक्टर ए राम, निरसा थाना प्रभारी मंजीत सिंह दलबल के साथ पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया.क्या है मामला
स्थानीय लोगों का कहना है कि इसीएल अधिकारियों की लापरवाही के कारण इस तरह की घटना घट रही है. सुरक्षा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है. इसीएल के सुरक्षा गार्ड के रहने के बावजूद लोग अवैध खनन कर रहे हैं. कोलियरी प्रबंधन ने इस तरह की घटना से व किसी के हताहत होने से इंकार किया है.कैसे होता है अवैध खनन
बताया जाता है कि पास के ही धौड़ा में रहने वाले कुछ लोगों द्वारा एक समूह बनाकर झारखंड व पश्चिम बंगाल के जामताड़ा, मुर्शिदाबाद, पुरुलिया, बांकुड़ा सहित अन्य जगहों से लोगों को लाकर अवैध खनन कराया जाता है. जिसके कारण इस तरह की घटना में किसी के दबने का मामला दब जाता है. समूह के लोगों द्वारा अवैध खनन किये गये कोयले को आसपास के भट्ठों में खपाया जाता है. उसके बाद कोयला को ट्रक के माध्यम से फर्जी कागजात के सहारे यूपी, बंगाल या बिहार भेजा जाता है.पहले भी घट चुकी है इस तरह की घटना
एक फरवरी 2022 को इसीएल मुगमा एरिया के गोपीनाथपुर, कापासारा एवं बीसीसीएल सीवी एरिया-12 की दहीबाड़ी व कापासारा कोलियरी में एक साथ अवैध खनन के दौरान चाल धंसी थी. उसमें एक दर्जन से भी अधिक लोगों की जान जाने की आशंका जतायी गयी थी.क्या कहते हैं पुलिस पदाधिकारी
घटना की निरीक्षण करने पहुंचे एसडीपीओ रजत मणि बाखला ने कहा कि भू-धंसान की घटना घटी है. लेकिन, किसी के दबने या मरने की सूचना नहीं है. आसपास के लोगों से भी पूछताछ की गयी. इसीएल अधिकारी से सुरक्षा के लिए खदान को चारों ओर तार लगाने के लिए बोला जायेगा.
क्या कहते हैं सीओ
सीओ कृष्ण कुमार मरांडी ने कहा कि कोयला खनन कम या ज्यादा तो होती ही है. इस पर अंकुश लगाने के लिए पहल की जा रही है. इसके लिए इसीएल, पुलिस पदाधिकारी के साथ बैठक कर इस पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए ठोस पहल की जायेगी.
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