Dhanbad News: आयुष्मान योजना : फिलहाल सात अस्पतालों में ही इलाज की सुविधा
Dhanbad News: सूचीबद्ध 24 में से 17 अस्पतालों में गड़बड़ी का आरोप, चल रही है जांच. स्वास्थ्य मुख्यालय ने जारी किये नये नियम, बेडों की संख्या की होगी जांच
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Dhanbad News: सूचीबद्ध 24 में से 17 अस्पतालों में गड़बड़ी का आरोप, चल रही है जांच. स्वास्थ्य मुख्यालय ने जारी किये नये नियम, बेडों की संख्या की होगी जांच
Dhanbad News: आयुष्मान योजना से सूचीबद्ध अस्पतालों के लिए स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से जारी नये दिशा निर्देश के बाद जिले के सात अस्पतालों में उपलब्ध बेडों की संख्या की जांच की जायेगी. जिले में 24 अस्पताल आयुष्मान योजना से सूचीबद्ध हैं. वर्तमान में गड़बड़ी के आरोप में सूचीबद्ध 24 में से 17 अस्पतालों की आयुष्मान की नेशनल एंटी फ्रॉड यूनिट (एनएएफयू) जांच कर रही है. मरीजों के इलाज के एवज में इन अस्पतालों को मिलने वाला पैसा रोक दिया गया है. ऐसे में सिर्फ सात अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड धारकों को इलाज की सुविधा दी जा रही है. स्वास्थ्य मुख्यालय द्वारा आयुष्मान से सूचीबद्ध अस्पतालों के लिए जारी नये दिशा निर्देश के बाद इन सात अस्पतालों में उपलब्ध संसाधनों की जांच के निर्देश दिये गये हैं. जारी निर्देश के अनुसार तय मापदंड सुनिश्चित करने के लिए सभी अस्पतालों को छह माह का समय दिया गया है. इसके बाद इन अस्पतालों में उपलब्ध संसाधनों की जांच होगी. मापदंड पूरा नहीं करने पर अस्पतालों को आयुष्मान योजना से बाहर कर दिया जायेगा.वर्तमान में इन अस्पतालों में आयुष्मान से इलाज की सुविधा
चौधरी नर्सिंग होम, धनबाद नर्सिंग हाेम प्राइवेट लिमिटेड, डॉ ज्योति भूषण हेल्थ केयर एंड रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड, जिम्स हॉस्पिटल, प्रगति हॉस्पिटल, संजीवनी नर्सिंग होम, यशलोक हॉस्पिटल.इन अस्पतालों में गड़बड़ी की हो रही है जांच
असर्फी अस्पताल, एशियन द्वारिकादास जालान अस्पताल, एएसजी आइ हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड, सनराइज हॉस्पिटल, पाटलीपुत्र नर्सिंग होम, सर्वमंगला नर्सिंग होम, राजेश्वरी हेल्थ केयर एंड रिसर्च सेंटर, लाइफ केयर हॉस्पिटल, राज क्लीनिक एंड रिसर्च सेंटर, अविनाश हॉस्पिटल, झारखंड डायबिटिक एंड आइ सेंटर, जय हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, पूजा नर्सिंग होम, जेपी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, लाइफ लाइन हॉस्पिटल, आरोग्य नर्सिंग होम.क्या है नया नियम
स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से जारी नये दिशा-निर्देश के अनुसार शहरी क्षेत्र में 50 बेड वाले अस्पतालों तथा ग्रामीण क्षेत्र में 30 बेड वाले अस्पतालों को आयुष्मान से सूचीबद्ध किया जायेगा. पहले से सूचीबद्ध अस्पतालों में उपलब्ध संसाधनों की जांच की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है