महज नौ हजार रुपये के अभाव में नहीं हुआ आदिवासी छात्र का बीआइटी सिंदरी में नामांकन
पश्चिम सिंहभूम का रहने वाला है छात्र, पिता संवेदक के पास करता है काम
पश्चिम सिंहभूम का रहने वाला है छात्र, पिता संवेदक के पास करता है कामकैप्शन : भुक्तभोगी छात्र.
अजय उपाध्याय, सिंदरी
बीआइटी सिंदरी में बीटेक पाठ्यक्रम में पश्चिम सिंहभूम के आदिवासी छात्र संजीव कुमार कर्मा को नामांकन महज नौ हजार रुपये के अभाव में नहीं हो पाया है. बीआइटी सिंदरी में मंगलवार को मंगलवार को नामांकन का अंतिम दिन था. बताया जाता है कि काउंसलिंग में संजीव कुमार कर्मा को बीआइटी सिंदरी में आइटी ब्रांच अलॉटमेंट हुआ है. लेकिन नामांकन के लिए उसके पास पैसे नहीं है. वहीं कई दिनों से संस्थान का चक्कर लगा रहा है. संजीव नामांकन के अंतिम दिन मंगलवार को भी बीआइटी सिंदरी पहुंचा था. संकायध्यक्ष डाॅ डीके तांती को उसने अपनी दयनीय स्थिति से अवगत कराया. संजीव ने बताया कि उसके पास नामांकन के लिए 9000 रुपये नहीं है. वह एसटी केटेगरी से है. उनके पिता अर्जुन कर्मा पश्चिम सिंहभूम में रेलवे के संवेदक के यहां दैनिक वेतन पर काम करते हैं, उसकी चार छोटी बहनें हैं, जिसमें तीन पढती हैं. संजीव कुमार ने मारवाड़ी 10 2 हाइस्कूल से 73 प्रतिशत अंक के साथ इंटरमीडियट में सफलता हासिल की थी. संजीव ने बताया कि उसने अपने पिता के पास नामांकन के लिए एडवांस रुपये मांगे थे, लेकिन संवेदक ने पिता को एडवांस नहीं दिया. इस वजह से उसका नामांकन नहीं हो पाया है.
मामला संज्ञान में है : निदेशकइस संबंध में बीआइटी सिंदरी के निदेशक डॉ पंकज राय ने बताया कि एक छात्र का रुपये के अभाव में नामांकन नहीं हो पा रहा है. मामला मेरे संज्ञान मे आया है. उसे बुधवार तक समय दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है