दिल्ली और चंडीगढ़ के होटलों में काम करने वाले दो बाल मजदूर किये गये रेस्क्यू
महुदा रेलवे स्टेशन पर मिले थे बच्चे, एक 13 वर्षीय आदिवासी बच्चे को भेजा गया बालासोर
वरीय संवाददाता, धनबाद,
महुदा रेलवे स्टेशन से आरपीएफ ने दिल्ली और चंडीगढ़ के होटलों में काम करने वाले दो बाल मजदूरों का रेस्क्यू किया है. दोनों को शुक्रवार को सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया गया. सीडब्ल्यूसी में चेयरमैन उत्तम मुखर्जी ने बच्चों की काउंसेलिंग की. इस दौरान बच्चों ने अपनी दास्तान सुनायी. दोनों बच्चे धनबाद के नहीं हैं. एक 12 वर्षीय मुस्लिम बच्चा बंगाल के मालदा का रहने वाला है. यह दिल्ली से किसी ट्रेन से मालदा लौट रहा था. रास्ते में महुदा में पानी पीने के लिए उतरा था. दूसरा 13 वर्षीय बच्चा ओड़िशा के बालासोर के रहने वाला है. यह दिल्ली से अपने घर लौट रहा था. महुदा में पानी पीने के लिए उतरा था. यहीं पर आरपीएफ दोनों को रेस्क्यू किया था. 12 वर्षीय मुस्लिम बच्चे ने बताया कि दिल्ली में परिजनों के साथ काफी पहले गया था. लेकिन वहां कैसे छूट गया, उसे पता नहीं है. वह दिल्ली में बटला हाउस के पास एक होटल में काम करता था. वह वहां निकल कर मालदा जा रहा था. बच्चा अपने परिजनों की पूरी जानकारी नहीं दे पा रहा था. इसे देखते हुए बच्चे को बोकारो में रखा गया है. साथ ही मालदा जिला प्रशासन को उसके संबंध में जानकारी दे गयी है, ताकि उसके परिजनों का पता लगाया जा सके. 13 वर्षीय आदिवासी बच्चा चंडीगढ़ में एक होटल में काम करता है. उससे वहां 14 -14 घंटे काम लिया जाता था. वह अब घर लौट रहा था. उसके परिजनों से भी बात होने के बाद उसे निगरानी में बालासोर भेज दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है