धनबाद मंडल कारा का रॉड काट कर दो विचाराधीन कैदी फरार, अब उठ रहा है सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
मामले में धनबाद थाना में प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी. मामले में जेलर रामाशंकर प्रसाद, दो वार्डेन को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा जेल सुपरिटेंडेंट के स्तर पर मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की गयी है.
धनबाद : धनबाद मंडल कारा की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देते हुए दो विचाराधीन कैदी गुरुवार की देर रात सेल के वेंटिलेटर का रॉड काट कर फरार हो गये. सुबह सुरक्षा कर्मियों की नजर जब इस पर पड़ी, तब मामले की जानकारी मिली और जेल प्रशासन हरकत में आया. घटना की जानकारी जेल सुपरिटेंडेंट से लेकर जिला के वरीय अधिकारियों को दी गयी.
मामले में धनबाद थाना में प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी. मामले में जेलर रामाशंकर प्रसाद, दो वार्डेन को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा जेल सुपरिटेंडेंट के स्तर पर मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की गयी है.
दोनों कैदी पोक्साे एक्ट के आरोपी हैं :
जेल प्रशासन ने बताया कि फरार दोनों कैदी अलग-अलग पोक्सो एक्ट के आरोपी हैं. एक लोयाबाद सेंद्रा 10 नंबर निवासी देवा भुइयां और दूसरा केंदुआडीह निवासी अंकित रवानी है. देवा भुइयां पर कतरास थाना कांड संख्या 216/2020 दर्ज है. उस पर नाबालिग लड़की को भगाने का मामला दर्ज है.
पुलिस ने 31 अगस्त 2020 को उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था. वहीं केंदुआडीह निवासी अंकित रवानी पर दो सगी बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला केंदुआडीह थाना में 25 सितंबर 2019 को दर्ज किया गया था. घटना के कुछ दिनों के बाद अंकित ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था और उसे जेल भेजा गया था.
वेंटिलेटर काट कर फरार हुए बंदी :
मंडल कारा के जनरल वार्ड में दोनों कैदी थे. इस वार्ड में 40 बंदी थे. गुरुवार की रात दोनों कैदियों ने वेंटिलेटर का रॉड काट दिया और सेल से बाहर निकले. उसके बाद वह किस रास्ते से फरार हुए, यह जानकारी फिलहाल किसी के पास नहीं है. रात तीन बजे सुरक्षा कर्मियों को पता चला, तब उनकी तलाश शुरू हुई. रात में उस वार्ड के कैदियों से जानकारी ली गयी, लेकिन किसी ने कुछ नहीं बताया. उनका कहना था कि वे सो रहे थे, तब यह घटना हुई.
जेल में कैसे पहुंची टेंशन आरी :
सबसे बड़ा सवाल यह है कि जेल में लोहा काटने की टेंशन आरी कैसे पहुंची. सुरक्षा व्यवस्था में लगे जवान जब सभी सामान को अंदर भेजते हैं, तो हर सामान की जांच होती है. एक सवाल यह भी है कि जेल के अंदर एक दिन में कोई भी चार पांच लोहे का रॉड नहीं काट सकता, कई दिन लगे होंगे, तब तैनात जवान क्या कर रहे थे.
कई सीसीटीवी कैमरा मिला खराब :
घटना की जानकारी गुरुवार देर रात तीन बजे मिल गयी थी, जेल सुपरिटेंडेंट के साथ ही अन्य वरीय अधिकारी जेल पहुंच गये थे. सुबह में जिला प्रशासन की तरफ से पदाधिकारी घटनास्थल का मुआयना करने पहुंचे. जिस वार्ड से दोनों विचाराधीन कैदी फरार हुए हैं, वहां पर लगे सीसीटीवी कैमराें की जांच की गयी. उसके बाद दोनों किस रास्ते से भागे हैं, उसके लिए अन्य सीसीटीवी कैमराें की जांच शुरू हुई, तो पता चला कि जेल के कई सीसीटीवी कैमरे खराब हैं. इस कारण कैदी के भागने का फुटेज नहीं मिल सका.