मार्क्सवादी समन्वय समिति का निरसा विस स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन बुधवार को निरसा पार्टी कार्यालय में संपन्न हुआ. सम्मेलन में कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि नौ सितंबर को धनबाद के गोल्फ ग्राउंड में विशाल जन समागम होगा, उसी दिन मासस का का सीपीआई (एमएल) में विधिवत विलय हो जायेगा. विलय की घोषणा केंद्रीय अध्यक्ष पूर्व विधायक आनंद महतो करेंगे. उन्होंने कहा कि वर्तमान राजनीतिक स्थिति में वामपंथी पार्टियों की एकता समय की मांग है. एके राय हमेशा वामपंथी विचारधारा के समन्वय के पक्षधर थे. उनका सपना था कि वामपंथी पार्टियों के एकीकरण से ही पूंजीवादी व्यवस्था को समाप्त कर समाजवादी व्यवस्था कायम की जा सकती है. मासस उनके विचारों को साकार रूप देने का प्रयास कर रही है. पूर्व जिलाध्यक्ष आगम राम ने कहा कि देश आज फासीवाद की तरफ बढ़ रहा है. पूंजीवाद, सांप्रदायिकता व कॉर्पोरेट घराने की तिकड़ी मिलकर सरकार चला रही है. फासीवादी शक्तियों का मुकाबला वामपंथी एकता से ही किया जा सकता है. अध्यक्षता टुटुन मुखर्जी तथा संचालन जिला परिषद सदस्य बादल चंद्र बाउरी और मुमताज अंसारी ने किया. मौके पर गोपाल दास, संतु चटर्जी, रामजी यादव, लालू ओझा, विश्वजीत महता, अमाल खान, मानिक राय, मनोज राउत, कल्याण राय, सपन गोराई, कृष्णा रजक, मणि शंकर सेन, विश्वनाथ बाउरी, गणेश बाउरी, भक्तिपदो मोदी, अमित मुखर्जी, कार्तिक मंडल, साधन मंडल, भारती बाउरी, बबलू दास, रियाजुल, बलाई महतो, अमरेश चक्रवर्ती, वरुण दे, नांटू गोस्वामी, राजू अंसारी, जियाउद्दीन अंसारी, मो अख्तर, उत्तम कर, विनय सिंह, अंजू चटर्जी, रमाकांत भंडारी, शंकर सिंह, रविलाल सोरेन, सुखलाल मरांडी, सूरज दत्त, मिहिलाल सोरेन, मुन्ना यादव, मधु दास, मसूद अंसारी, तापस चटर्जी, वरुण गोस्वामी, निरंजन गोराईं, भीम गोराईं आदि थे.
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