धनबाद.
रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह हत्याकांड की सुनवाई सोमवार को जिला व सत्र न्यायाधीश रजनीकांत पाठक की अदालत में हुई. अभियोजन की ओर से लोक अभियोजक अवधेश कुमार ने साक्षी उपेंद्र सिंह की पत्नी रूनी सिंह का बयान दर्ज कराया. उसने घटना की पुष्टि नहीं की. अदालत ने उसे पक्षद्रोही घोषित कर दिया. अदालत में सुनवाई के दौरान आरोपी उपेंद्र सिंह के चचेरे भाई पिंटू सिंह उर्फ देवव्रत सिंह व सिंटू सिंह उर्फ प्रियव्रत सिंह को पेश किया गया. अदालत ने साक्ष्य के लिए अगली तारीख मुकर्रर कर दी है.
बेटे के सामने उपेंद्र को मारी गयी थी गोली :
गौरतलब है कि एक फरवरी 2023 को दबंग रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह की हत्या पीके राय काॅलेज गेट के पास गोली मारकर कर दी गयी थी. अपराधियों ने उपेंद्र को आधा दर्जन गोली मारी थी. उपेंद्र सिंह अपनी बाइक से सुबह-सुबह अपने बेटे को पीछे बैठा कर गोविंदपुर में उसे उसके कॉलेज में छोड़ने आया था. जैसे ही उसका बेटा बाइक से उतरकर अंदर गया, पीछे से दो बाइक सवार ने उसकी पीठ पर गोली मार दी. उपेंद्र सिंह बाइक से उतर अपनी जान बचाने के लिए कॉलेज के अंदर भागा मगर पीछे से ताबड़तोड़ चार से पांच गोलियां उपेंद्र सिंह पर चला दी गईं. इसके बाद अपराधी बाइक से फरार हो गए। गोली मारने के लिए दो शूटर आए हुए थे. घटना को अंजाम देने के बाद वे बालू स्टील गेट से गोविंदपुर की ओर रास्ते से निकल गये थे.