पूर्वी टुंडी के महाराजगंज रामपुर बस्ती में रहने वाले गणेश रजक (46) की मौत सोमवार को इलाज के दौरान एसएनएमएमसीएच में हो गयी. इसके बाद परिजनों ने इमरजेंसी में जम कर हंगामा दिया. घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ पर पैसे मांगने और इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया. गणेश के पुत्र भोला रजक ने बताया कि उसके पिता मजदूरी करते हैं. उनके सीने पर बड़ा फोका हो गया था. तबीयत भी खराब थी. उन्हें तीन दिन पहले एसएनएमएमसीएच के कैथलैब में भर्ती करवाया था. सोमवार की सुबह उनकी स्थिति बिगड़ने लगी. उनलोगों ने डॉक्टर को इलाज करने के लिए कहा, लेकिन कई बार कहने के बाद भी कोई डॉक्टर देखने नहीं आये. इस दौरान उनकी तबीयत और खराब हो गयी और मौत हुई. परिजनों के अनुसार गणेश को शुगर भी था. डॉक्टरों की लापरवाही के कारण ही मौत हुई है.
स्वास्थ्यकर्मियों पर पैसे मांगने का आरोप :
भोला ने बताया कि पिछले तीन दिनों से यहां के स्टाफ और डॉक्टर इलाज व जांच के नाम पर कभी 1600, तो कभी 50 रुपये की मांग की. सोमवार की सुबह छह सौ रुपये मांग कर रहे थे. पहले रुपया दिया था और अभी भी दे देतें, लेकिन डॉक्टरों ने इलाज नहीं किया.मारपीट पर उतारू हो गये परिजन :
गणेश की मौत के बाद दर्जनों लोग अस्पताल पहुंच गये और हो हंगामा शुरू कर दिया. वहां मौजूद डॉक्टरों से उलझ गये और मारपीट पर उतारू हो गये. स्टाफ ने बीच बचाव किया. इसके चिकित्सक और स्टाफ बाहर निकल गये. उसके बाद पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया. वे लोग मानने को तैयार नहीं हुए. फिर सरायढेला थाना से दुबारा पुलिस भेजा गया और बहुत मुश्किल से सभी लोगों को शांत कराया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है