महिला की मौत के बाद अस्पताल में हंगामा
बाघमारा थाना क्षेत्र के डुमरा हीरक रोड स्थित अन्वित हेल्थ सेंटर (अस्पताल) में सोमवार को इलाज के क्रम में बिलु देवी (45) की मौत हो गयी.
परिजनों ने चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप
चंद्रपुरा के नर्रा फतेहपुर गांव की रहने वाली थी मृतका
29 अप्रैल को अस्पताल में बच्चेदानी का कराया था ऑपरेशन
बाघमारा.
बाघमारा थाना क्षेत्र के डुमरा हीरक रोड स्थित अन्वित हेल्थ सेंटर (अस्पताल) में सोमवार को इलाज के क्रम में बिलु देवी (45) की मौत हो गयी. घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल के चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. सूचना पाकर बाघमारा थानेदार प्रभारी सुजीत कुमार सिंह, बरोरा थानेदार विकास कुमार दलबल के साथ पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया. रात में डेढ़ लाख रुपये मुआवजा देने पर सहमति बनी. इसके बाद परिजन शव घर ले गये.यह है मामला :
चंद्रपुरा थाना क्षेत्र की बंदियो पंचायत के नर्रा, फतेहपुर निवासी स्व. डुमरचंद महतो की पत्नी बिलु देवी की बच्चेदानी का ऑपरेशन कराने के लिए परिजनों ने उसे 27 अप्रैल को अन्वित हेल्थ सेंटर में भर्ती कराया था. चिकित्सक डॉ आशीष कुमार व केशर कुमार ने 29 अप्रैल को उसका ऑपरेशन किया था. ऑपरेशन के बाद चिकित्सक ने एक सप्ताह के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी. सात मई को वह टांका कटवाने आयी थी. 18 मई को तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया. इस दौरान मरीज का ऑक्सीजन लेबल कम होने पर चिकित्सकों ने बड़े अस्पताल ले जाने की सलाह दी. लेकिन परिजन नहीं ले गये. सोमवार को सुबह 10.30 बजे उसकी मौत हो गयी.10 लाख रुपये मुआवजा मांग रहे थे परिजन
घटना की जानकारी मिलने पर फतेहपुर से काफी संख्या में ग्रामीण अस्पताल पहुंचे और हंगामा करने लगे. मृतका के पुत्र रवि कुमार महतो व छोटे लाल महतो ने शव उठाने से इंकार कर दिया. जिप सदस्य अजय कुमार महतो के नेतृत्व में ग्रामीण मृतका के आश्रित को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. थाना प्रभारी की मौजूदगी में अस्पताल प्रबंधन से वार्ता हुई, लेकिन प्रबंधक डॉ ए कुमार ने मुआवजा देने से इंकार कर दिया. विधि-व्यवस्था को लेकर अस्पताल में मजिस्ट्रेट विजय कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल की तैनाती की गयी है.इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती : डॉ ए कुमार
इस संबंध में अस्पताल प्रबंधक डॉ ए कुमार ने कहा कि मरीज के स्वास्थ्य होने के बाद उसे अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया था. दो दिन पहले वह चेकअप कराने आयी थी. जांच में टायफड पॉजिटिव आया था. बेहतर इलाज के लिए उसे रेफर किया गया था. लेकिन परिजन नहीं ले गये. एकाएक ऑक्सीजन लेबल कम होने से उसकी मौत हो गयी.रात में पहुंचे ग्रामीण एसपी, अस्पताल प्रबंधन से की पूछताछ
इधर, घटना की जांच करने ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी रात करीब 7.40 बजे अस्पताल पहुंचे. अस्पताल प्रबंधक डॉ ए कुमार से मामले की जानकारी ली. अस्पताल में प्रबंधन ने बताया कि महिला की मौत ऑक्सीजन लेबल कम होने से हुई है. ग्रामीण एसपी ने परिजनों से कहा कि लिखित शिकायत करने पर न्याय संगत कारवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है