बाघमारा, शंकर प्रसाद साव – एकीकृत ब्लॉक दो ओसीपी के आग प्रभावित सिदपोकी बस्ती में शुक्रवार को बिजली पोल गाढ़ने पहुंचे प्रबंधकीय टीम को ग्रामीणों का विरोध का सामना करना पड़ा. जोर-जबरदस्ती करने पर ग्रामीणों ने अधिकारियों के साथ धक्का मुक्की की. लोगों ने घंटो भर घेराबंदी कर अधिकारियों को घेर कर रखा. इस दौरान अधिकारियों को लोगों का आक्रोश झेलना पड़ा. बाद में आक्रोशित महिलाओं ने अधिकारियों को धक्का देते हुए बस्ती से खदेड़ दिया. अधिकारियों के साथ सीआइएसएफ के जवान भी मौजूद थे. विरोध के कारण प्रबंधकीय टीम को बैरंग लौटना पड़ा. सूचना पाकर बाघमारा पुलिस भी पहुंची तब तक प्रबंधकीय टीम वापस लौट चुकी थी. पुलिस ग्रामीणों को समझा बुझाकर लौट गयी.
क्या है मामला
सिक्योरिटी नोडल इंचार्ज राजीव रंजन ने बताया कि मधुबन डीजी प्लांट के 3 और 4 नंबर फिडर से विद्युत आपूर्ति बीओसीपी, जमुनिया कोलियरी, मधुबन वाशरी, माटीगढ़ा वाटर ट्रिटमेंट प्लांट, श्रमिक कॉलोनी एवं दामोदा कोलियरी में होती है. सिदपोकी बस्ती के पास चार बिजली पोल आग की चपेट में आ चुका है. बिजली पोल को हटाना बेहद जरुरी है. कभी भी बिजली पोल गिर सकता है. सुरक्षा की दृष्टिकोण से बिजली पोल को उखाड़ कर बस्ती होकर लाना था. लेकिन ग्रामीण विरोध करते हुए अधिकारियों से उलझ गये. जिससे पोल नहीं गाढ़ने का कार्य रूक गया.
बीसीसीएल की जमीन पर गढ़ा जायेगा पोल-:- प्रबंधन
ब्लॉक दो क्षेत्र के भू- संपदा पदाधिकारी अमरेन्द्र कुमार का कहना है कि बिजली पोल बीसीसीएल की जमीन पर ही गाढे जाना था. लेकिन ग्रामीणों ने अपनी जमीन बता कर विरोध कर रहे हैं. जबकि बस्ती खाली करने को लेकर कई बार नोटिस दिया गया है. रैयतों को मिल चुका है नियोजन, कुछ लोग अनधिकृत रूप से रह रहे हैं.
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