एसएसपी ने अलकडीहा पुलिस से ली केस की प्रोग्रेस रिपोर्ट
लोदना. उपायुक्त माधवी मिश्रा, एसएसपी शनिवार की शाम सुरूंगा बस्ती पहुंचे. वहां देवप्रभा आउटसोर्सिंग व बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा रैयतों की जमीन पर जबरन ओबी डंपिंग को लेकर भिड़ंत हुई थी. उसमें फायरिंग व बमबाजी हुई थी. उसी मामले की जानकारी अधिकारियों ने रैयत शकुंतला देवी पांडव रजक से ली. शकुंतला देवी ने डीसी को बताया कि सुरूंगा मौजा के रैयतों की जमीन पर जबरन अभी भी आउटसोर्सिंग द्वारा ओबी डंपिंग की जा रही है. विरोध करने पर जान से मारने व झूठे केस में फंसाने की धमकी दी जाती है. इस पर डीसी ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी. ग्रामीणों को न्याय मिलेगा. ग्रामीणों को किसी से डरने की जरूरत नहीं है. कोई धमकी अगर देता है, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें. उस पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी. एसएसपी ने अलकडीहा ओपी प्रभारी से केस की प्रोग्रेस रिपोर्ट की जानकारी ली. डीसी माधवी मिश्रा ने ओपी प्रभारी से गैरकानूनी रूप से ग्रामीणों की जमीन पर आउटसोर्सिंग प्रबंधन द्वारा ओबी डंप तत्काल रोकने का निर्देश दिया. ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि बीसीसीएल के वरीय अधिकारी से बातचीत कर जमीन से जुड़े मामले का निष्कर्ष निकाला जायेगा.
ज्ञात हो कि उक्त मामले में बलियापुर के तत्कालीन सीओ रामप्रवेश कुमार ने ग्रामीणों की जमीन पर गैरकानूनी रूप से कब्जा करने के खिलाफ आउटसोर्सिंग निर्देशक कुंभनाथ सिंह, लोदना के तत्कालीन जीएम के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी.
सीएम के आदेश पर सतीश महतो समेत आठ पर हुआ था केस
नेतृत्वकर्ता पांडव रजक ने बताया कि सीएमओ के आदेश पर अलकडीहा ओपी में शकुंतला देवी की शिकायत पर गत चार फरवरी को तिसरा थाना में पहाड़ीगोड़ा निवासी सतीश महतो, देवप्रभा आउटसोर्सिंग के कुंभनाथ सिंह, विकास महतो, रजनीकांत महतो, सुरूंगा मुखिया विजय कालिंदी, उमेश महतो, मुकेश महतो, संतोष महतो समेत 25 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. ये सभी रैयतों के खिलाफ कंपनी का पक्ष ले रहे थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है