पिट वाटर को ले ग्रामीणों ने की परियोजना की ट्रांसपोर्टिंग रोकी, सप्लाई शुरू
पानी के लिए ट्रांसपोर्टिंग रोकी
आक्रोश को देखते हुए बस्ताकोला प्रबंधन ने की वार्ता
बस्ताकोला. बस्ताकोला क्षेत्र के भेड़ाकाटा बस्ती के ग्रामीणों ने गुरुवार को पिट वाटर आपूर्ति बहाल करने की मांग को लेकर तीन घंटे तक कोयला डिस्पैच ठप किया. दोपहर को दर्जनों ग्रामीण महिलाएं तपती धूप में बस्ताकोला ओसीपी ट्रांसपोर्टिंग मार्ग पहुंची और ओसीपी से बीएनआर रेलवे साइडिंग होने वाली कोयले की ट्रांसपोर्टिंग को ठप कर दिया. महिलाओं के आक्रोश को देखते हुए स्थानीय युवक भी आंदोलन में उतर गये. आउटसोर्सिंग कंपनी देवप्रभा के गेट पर जमकर नारेबाजी की. लोगों का आरोप था कि करीब चार महीने से बस्ती में सबमर्सेबल पंप खराब है, जिसके कारण पिट वाटर की सप्लाई बंद है. बीसीसीएल प्रबंधन ने आश्वासन दिया था कि विक्ट्री कोलियरी खदान का पानी उन्हें दिया जायेगा. जरूरत पड़ने पर टैंकर से सप्लाई भी की जायेगी. ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए प्रबंधन ने विक्ट्री कोलियरी खदान का पानी सप्लाई करने का आश्वासन दिया, परंतु ग्रामीण नहीं माने. लगातार तीन घंटे तक तपती धूप में ट्रांसपोर्टिंग कार्य को बंद रखा. उसके बाद बीसीसीएल प्रबंधन हरकत में आया. उन्होंने तत्काल अभियंता शेखर कुमार एवं फोरमैन मो अनवर को पंप को ठीक कर पिट वाटर आपूर्ति शुरू करने का निर्देश दिया. फोरमैन ने कहा कि पूर्व की भांति पिट वाटर सप्लाई करने में एक सप्ताह का वक्त लगेगा. तत्काल विक्ट्री से ग्रामीणों को प्रतिदिन 3 घंटे आपूर्ति की जायेगी. उसके बाद ग्रामीण शांत हुए. मौके पर राजू दास, रंजीत कुमार, प्रदीप बाउरी, संतोष दास, चंदन मलिक, आरती देवी, द्रौपदी देवी, शांति देवी, उर्मिला देवी, सपना देवी, अंजू देवी, तारामणी देवी, संगीता कुमारी, पूर्णिमा देवी आदि थे.
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