पानी नहीं, तो वोट नहीं नारे के साथ ग्रामीणों ने निकाली रैली
वर्षों से पेयजल संकट से जूझ रहे एग्यारकुंड प्रखंड के गोपीनाथपुर पंचायत के आदिवासी टोला, बाउरी टोला, मांझ कुल्ही, नीचे व ऊपर धौड़ा, भुइयां टोला व बिहार फायरब्रिक्स कॉलोनी के लोगों ने रैली निकाली.
बीडीओ के समक्ष किया प्रदर्शन, की नारेबाजी
ग्रामीणों का तेवर देख लौट गयी बीडीओ
मुगमा.
वर्षों से पेयजल संकट से जूझ रहे एग्यारकुंड प्रखंड के गोपीनाथपुर पंचायत के आदिवासी टोला, बाउरी टोला, मांझ कुल्ही, नीचे व ऊपर धौड़ा, भुइयां टोला व बिहार फायरब्रिक्स कॉलोनी के सैकड़ों महिला-पुरुषों ने रविवार को रैली निकाल कर पानी नहीं, तो वोट नहीं नारे के साथ वोट बहिष्कार का ऐलान किया. रैली में डेगची-बाल्टी लेकर लोग शामिल हुए. सूचना मिलने पर एग्यारकुंड की बीडीओ मधु कुमारी पहुंची और लोगों को समझाया. लेकिन ग्रामीण इतने गुस्से में थे, कि लोग उनकी बात सुनने को तैयार नहीं थे. पानी नहीं तो वोट नहीं के नारे लगा रहे थे. ग्रामीणों का तेवर देख बीडीओ मधु कुमारी लौट गयी. इसके बाद निरसा थाना प्रभारी ने काफी मशक्कत के बाद लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया. उन्होंने समस्या के निदान को लेकर मंगलवार की शाम चार बजे गांव में बैठक करने का आश्वासन दिया. इसके बाद लोग शांत हुए.ग्रामीणों की मांग जायजा, पर वोट बहिष्कार गलत : बीडीओ
बीडीओ मधु कुमारी ने कहा कि समस्या की जानकारी मिली है. ग्रामीणों की मांग जायज है. लेकिन वोट बहिष्कार का ऐलान करना गलत है. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से लिया गया है. पेयजल व स्वच्छता विभाग के वरीय अधिकारियों को भेजकर समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया गया है. जल्द ही पेयजल समस्या का निदान होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है