ये हैं झारखंड के विश्वकर्मा, हाथों का जादू ऐसा कि जब किसी मशीन को कोई नहीं कर पाता ठीक तो इनकी होती है तलाश
बीसीसीएल वर्कशॉप में कार्यरत कर्मी व अन्य मैकेनिक फोरमैन गोपाल हेरेंज व सीनियर मैकेनिक विनोद तिर्की से बड़े ही जुनून के साथ इनके कार्यों को देखते हैं और सीखते हैं.
Vishwakarma Puja 2024, अजय प्रसाद, फुलरीटांड : अजय प्रसाद, बीसीसीएल का सिनीडीह उत्खनन कर्मशाला यानी वर्क शॉप. इसे हम कोल इंडिया के दिल के रूप में भी जाना जाता है. यहां पदस्थापित बीसीसीएल के कर्मी सह फोरमैन गोपाल हेरेंज व सीनियर मैकेनिक विनोद तिर्की के हाथों में जादू है. इन्हें आज का विश्वकर्मा कहने में अतिशयोक्ति नहीं होगी. इनके द्वारा मरम्मत किये गये खराब इंजन, ट्रांसमिशन व इलेट्रिकल मोटर आदि दूसरी बार वर्क शॉप में जल्दी मरम्मत के लिए नहीं आते हैं. ये खराब इंजन हो या अन्य मशीनें 15 से 20 दिनों में मरम्मत कर उसे वापस भेज देते हैं. इनकी कार्यकुशलता ऐसी है कि कभी कंपनी के इंजीनियर या मैकेनिक खराब इंजन या मोटर ठीक नहीं कर पाते हैं, तो इन दोनों की ही तलाश होती है.
विनोद और गोपाल से सीखते हैं जूनियर मैकेनिक :
बीसीसीएल के विभिन्न एरिया से वाहनों का खराब इंजन मरम्मत के लिए सिनीडीह वर्कशॉप भेजा जाता है. वर्कशॉप में कार्यरत कर्मी व अन्य मैकेनिक फोरमैन गोपाल हेरेंज व सीनियर मैकेनिक विनोद तिर्की से बड़े ही जुनून के साथ इनके कार्यों को देखते हैं और सीखते हैं. सिनीडीह वर्क शॉप में इंजन की अच्छी मरम्मत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां ना सिर्फ बीसीसीएल, बल्कि इसीएल व सीसीएल से भी खराब इलेट्रिकल मोटर मरम्मत के लिए आते हैं. सिनीडीह वर्क शॉप में आईटीआई, डिप्लोमा, बीटेक के छात्र-छात्रा को एक साल व आइएसएम के भी छात्र-छात्रा एक माह के लिए परीक्षण लेते हैं.
वर्ष 1986 से वर्कशॉप में काम कर रहे हैं गोपाल :
फोरमैन गोपाल हेरेंज ने बताते है कि वह वर्ष 1986 से ही वर्क शॉप में खराब इंजन व मोटर आदि की मरम्मति का कार्य करते आ रहे हैं. वह इसी साल दिसंबर में कंपनी से सेवानिवृत्त हो जायेंगे. वहीं विनोद तिर्की ने बताया कि वह वर्ष 1991 से यहां कार्य कर रहे हैं. वह वर्ष 2026 में फरवरी में कंपनी से सेवानिवृत्त होंगे. उन्होंने बताया कि इनके साथ सीनियर मैकेनिक मुकुंद प्रसाद, तेजबहादुर प्रसाद, ठाकुर प्रसाद, सुखदेव दुसाद व दीपक कुमार रवानी भी मरम्मति कार्य में अहम भूमिका निभाते हैं. यहां पूरे धूमधाम के साथ विश्वकर्मा पूजा मनाया जाता है. बीसीसीएल अधिकारी से लेकर कर्मचारी पूजोत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते है. पूजा की तैयारी काफी पहले शुरू हो जाता है. पूजा में कर्मियों का यहां पर मेला जैसा माहौल रहता है.
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