आठ घंटे इंतजार के बाद भी नहीं पहुंची 108 वेंटिलेटर एंबुलेंस

सड़क दुर्घटना में घायल मरीज को चिकित्सकों ने रिम्स रेफर किया था, लेकिन आठ घंटे इंतजार के बाद भी नि:शुल्क वेंटिलेटर एंबुलेंस सेवा नहीं मिली तो परिजन निजी एंबुलेंस से उसे रिम्स ले गये.

By Prabhat Khabar News Desk | August 31, 2024 1:17 AM

धनबाद.

शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में 50 वर्षीया महिला मरीज शुक्रवार को नि:शुल्क 108 वेंटिलेटर एंबुलेंस सेवा के इंतजार में घंटों तड़पती रही. गंभीर स्थिति में अस्पताल के इमरजेंसी में इलाजरत उक्त महिला को रिम्स रेफर किया गया था. वहां ले जाने के लिए वेंटिलेटर युक्त एंबुलेंस की जरूरत थी. परिजन आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण 108 वेंटिलेटर एंबुलेंस सेवा का इंतजार कर रहे थे. लगभग आठ घंटे तक इमरजेंसी के एसआइसीयू में सरायढेला के नूतनडीह निवासी उक्त महिला नि:शुल्क एंबुलेंस का इंतजार करती रही, लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंची. इसके बाद परिजन 10 हजार रुपये किराया देकर दूसरे एंबुलेंस से महिला को रिम्स ले गए.

सड़क हादसे में घायल हुई थी महिला :

नूतनडीह निवासी पुष्पा देवी बुधवार को भुईफोड़ मंदिर के पास सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गयी थी. परिजनों ने उन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया था. निजी अस्पताल का खर्च नहीं वहन कर पाने के कारण परिजन उसे डिस्चार्ज करा एसएनएमएमसीएच ले आये. यहां लगभग 24 घंटे तक पुष्पा देवी का इलाज चला. शुक्रवार की सुबह उनकी तबीयत बिगड़ने पर सुबह लगभग छह बजे चिकित्सकाें ने उन्हें रिम्स रेफर कर दिया. इस मामले में एंबुलेंस एजेंसी इएमआरआइ ग्रीन के मैनेजर दिलीप दसौंधी ने बताया कि वेंटिलेटर युक्त एंबुलेंस के लिए कॉल आया था. उस वक्त एंबुलेंस एक मरीज को लेकर रांची गयी हुई थी. लौटने में शाम हो गयी. ऐसे में समय पर एसएनएमएमसीएच में इलाजरत मरीज को एंबुलेंस सेवा का लाभ नहीं मिल पाया.

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