झरिया व पुटकी की छह लाख आबादी पानी के लिए तरसी, आक्रोश
बिजली गुल रहने से पानी नहीं मिला.
जामाडोबा जल संयंत्र में बिजली गुल रहने से जलापूर्ति ठप जोड़ापोखर. जामाडोबा जल संयंत्र केंद्र में बिजली गुल होने से झरिया व पुटकी क्षेत्र में मंगलवार की रात से बुधवार दोपहर तक जलापूर्ति ठप रही. इससे भीषण गर्मी में झरिया व पुटकी की करीब छह लाख की आबादी को पानी के लिए तरसना पड़ा. प्रचंड गर्मी में लोगों को कुआं व चापाकलों से पानी का जुगाड़ करना पड़ा. इससे घरेलू कामकाज प्रभावित रहा. जलापूर्ति बाधित रहने से लोगों में जमाडा के प्रति आक्रोश है. बुधवार की सुबह बिजली बहाल होने के बाद जल भंडारण किया गया. दोपहर के बाद झरिया व आसपास के क्षेत्रों में जलापूर्ति की गयी. इससे लोगों ने राहत की सांस ली.
तकनीकी खराबी से गुल हुई थी बिजली
: बताया जाता है कि मंगलवार की रात डीवीसी से जामाडोबा सब स्टेशन तक पावर सप्लाई तार में तकनीकी खराबी आने से जल संयंत्र केंद्र में बिजली गुल हो गयी. विद्युत विभाग के कर्मियों द्वारा लाइन ठीक कर बुधवार की सुबह सात बजे बिजली बहाल की गयी. इसके बाद जल भंडारण शुरू किया गया. जमाडाकर्मियों ने बताया कि रात करीब 12 .30 बजे बिजली कटने से जल भंडारण नहीं हो सका. इधर, खुदरा वस्त्र व्यवसायी संघ के अध्यक्ष उपेंद्र गुप्ता का कहना है कि बिजली संकट से लोगों को जूझना पड़ रहा है. अगर यहीं स्थिति रही है, तो झरिया की जनता आंदोलित होगी. इस संबंध में जमाडा के कनीय अभियंता आशुतोष राणा ने बताया कि बिजली नहीं रहने से जल भंडारण कार्य नहीं हो सका. इसके कारण झरिया व आसपास में जलापूर्ति बाधित रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है