सात जलमीनारों से ठप रही जलापूर्ति, गर्मी में पानी के लिए मचा हाहाकार
निरसा में राइजिंग पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने का असर
वरीय संवाददाता, धनबाद,
निरसा में पेयजल विभाग की राइजिंग पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण मंगलवार को शहर के सात जलमीनारों से जलापूर्ति नहीं हो पायी. ऐसे में शहर की चार लाख से ज्यादा की आबादी पानी के लिए परेशान रही. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता जे होराे ने बताया कि मैथन से निरसा के बीच रविवार की रात पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गयी थी. सोमवार की रात इसकी मरम्मत का काम पूरा होने के बाद मैथन स्थित इंटकवेल का मोटर शुरू किया गया. मंगलवार को अल सुबह धनबाद के भेलाटांड़ स्थित ट्रीटमेंट प्लांट में पानी पहुंचा. फिर रॉ वाटर के ट्रीटमेंट के बाद 19 में से 12 जलमीनारों से ही जलापूर्ति हो सकी. जिन जलमीनारों से पानी छोड़ा गया, उनमें गाेल्फ ग्राउंड, भूदा, वासेपुर, हीरापुर, चीरागाेड़ा, पुलिस लाइन, स्टीलगेट, मेमकाे, भूली, पाॅलिटेक्निक, हिल काॅलाेनी व एसएनएमएमसीएच जलमीनार शामिल हैं. जबकि बरमसिया, धोबाटांड़, गांधी नगर, पुराना बाजार, धनसार, मटकुरिया व मनईटांड़ जलमीनार से जलापूर्ति ठप रही.सरायढेला में चौथ दिन हुई जलापूर्ति:
सरायढेला स्थित जलमीनार से मंगलवार को चौथे दिन जलापूर्ति हुई. हालांकि, सरायढेला के आधे इलाके में ही पानी छोड़ा गया. बता दें कि सरायढेला को दो इलाकों में बांटा गया है. रोटेशन के आधार पर एक दिन बीच कर सरायढेला के विभिन्न इलाकों में जलापूर्ति की जाती है. लेकिन पिछले तीन दिन से सरायढेला के आधे इलाके में जलापूर्ति नहीं हो रही थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है