dhanbad news: धनबाद रेल मंडल में ऊर्जा संरक्षण पर हो रहा काम

धनबाद रेल मंडल के सभागार में बुधवार को ऊर्जा संरक्षण पर सेमिनार का आयोजन किया गया. इस दौरान ऊर्जा संरक्षण पर किये गये पहल की जानकारी साझा की गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | December 19, 2024 2:13 AM

धनबाद.

धनबाद रेल मंडल के सभागार में बुधवार को ऊर्जा संरक्षण पर सेमिनार का आयोजन किया गया. इसमें पूर्व मध्य रेल हाजीपुर प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक शिव कुमार प्रसाद, डीआरएम कमल किशोर सिन्हा, अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) अमित कुमार आदि थे. इस दौरान ऊर्जा संरक्षण पर किये गये पहल की जानकारी साझा की गयी. ऊर्जा संरक्षण का उद्देश्य अपशिष्ट को कम करना, संसाधनों को बचाना और पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करना है. गैर-नवीकरणीय संसाधनों जैसे कोयला, पेट्रोलियम उत्पादों की कमी को कम करना, ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाना, पर्यावरण संरक्षण, आर्थिक लाभ हो.

घर व कार्यालयों में ऊर्जा संरक्षण :

सरल अभ्यास से ऊर्जा का संरक्षण कर सकते है. इसमें लाइट बंद करना, अप्रयुक्त उपकरण, ऊर्जा-कुशल प्रकाश व्यवस्था शामिल है. स्मार्ट होम तकनीकें में ऑक्यूपेंसी सेंसर, स्मार्ट थर्मोस्टैट, ऊर्जा मॉनिटर प्रयोग किया जा सकता है.

रेलवे में ऊर्जा संरक्षण पर हो रहा काम :

रेलवे में ऊर्जा संरक्षण पर काम हो रहा है. सभी स्टेशनों, सेवा भवनों और आवासीय क्वार्टरों में एलइडी का प्रावधान है. इस लक्ष्य को शत प्रतिशत हासिल कर लिया गया है. एसी का तापमान 25 डिग्री सेल्सियस पर सेट करना है ताकि ऊर्जा संरक्षण हो सके. पूरे मंडल में सभी एसी का तापमान 25 डिग्री सेल्सियस पर सेट किया गया है.

बीएलडीसी पंखा लगाया जा रहा है :

पारंपरिक सीलिंग पंखों (60 वाट) के स्थान पर सुपर ऊर्जा कुशल बीएलडीसी सीलिंग पंखों (32 वाट) का प्रावधान है. इस पर पहल करते हुए रेलवे में 1048 बीएलडीसी पंखों को बदला है. 2340 बीएलडीसी पंखों की खरीद मुख्यालय के स्टोर पर की जा रही है.

रेलवे ने लाखों रुपये की बचत :

रेलवे में गैर नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग कर लाखों रुपये की बचत की गयी है. धनबाद व गोमो में 2020 में 641.365 किलोवाटर पीक क्षमता की ऑन ग्रिड रूफ टॉप सौर ऊर्जा प्रणाली लगायी गयी है. इससे अभी तक 18 लाख 90 हजार 82 किलोवाटर घंटा ऊर्जा उत्पादन किया गया है. इससे रेलवे ने 35.34 लाख रुपये की बचत की है. वहीं पारसनाथ, हजारीबाग, गझंडी, बरकाकाना, नगर ऊंटारी और सिंगरौली में जनवरी 2024 में 60 किलोवाटर पीक क्षमता की रूफ टॉप सौर ऊर्जा प्रणाली शुरू की गयी है. अभी तक इससे 40474 किलोवाट घंटा ऊर्जा उत्पादन किया गया है. इससे 2.36 लाख रुपए की बचत की जा चुकी है.

छह स्टेशनों पर सोलर प्लांट लगाने पर चल रहा काम

छह स्टेशनों के 11 स्थानाें पर 390 किलोवाट सोलर प्लांट लगाने का काम चल रहा है. इसमें 10 किलोवाट क्षमता के पांच व 20 किलोवाट क्षमता के 17 सोलर टॉप लगाया जायेगा. धनबाद रेल मंडल में 4.402 मेगावाट पीक रूप टॉप सोलर लगाने के लिए प्रक्रिया चल रही है.

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