धनबाद.
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से रुटीन इम्युनाइजेशन एवं वैक्सीन प्रिवेंटिव डिजीज पर शनिवार को एसएनएमएमसीएच में वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इसमें अतिथि के रूप में सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानु प्रतापन, मेडिकल कॉलेज के प्रचार्य डॉ ज्योति रंजन प्रसाद के अलावा डीआरसीएचओ डॉ रोहित गौतम, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ अमित तिवारी समेत सभी प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, चिकित्सक, एसआर व जेआर शामिल हुए. शुरुआत अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर की. मौके पर डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ अमित तिवारी ने बच्चों को दिये जाने वाले रुटीन इम्युनाइजेशन पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने इम्युनाइजेशन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी सभी को प्रेजेंटेशन के जरिए दी. साथ ही वैक्सीन प्रिवेंटिव डिजीज से संबंधित 12 तरह की बीमारियों पर विस्तार से चर्चा की. बताया कि 12 तरह की बीमारियों से बच्चों को बचाने के लिए रुटीन इम्युनाइजेशन कार्यक्रम चलाया जाता है. कई बार नवजात से लेकर एक वर्ष तक के बच्चों में वैक्सीन का अलग-अलग साइड इफेक्ट दिखने को मिलता है. इसके सर्विलांस की जिम्मेवारी चिकित्सकों की है. वैक्सीन का साइड इफेक्ट होने पर तत्काल इसकी रिपोर्टिंग डब्ल्यूएचओ को करनी है. इससे बच्चों में वैक्सीन से होने वाले साइड इफेक्ट के कारणों का पता लगाया जा सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है