वर्ल्ड बैंक ने धनबाद की आठ लेन सड़क से खुद को किया अलग, कहा : नहीं करेंगे मदद
वर्ल्ड बैंक ने झारखंड के नगर विकास विभाग को लिखा पत्र, मार्च 2024 तक जो काम हुए, उसका ही भुगतान होगा
वर्ल्ड बैंक अब आठ लेन सड़क को फाइनांशियल सपोर्ट नहीं करेगा. मार्च 2024 तक आठ लेन सड़क पर जो काम हुए हैं, उसका भुगतान बैंक करेगा. इसके आगे का काम जुडको के स्तर से होगा. वर्ल्ड बैंक ने फाइनांशियल सपोर्ट से संबंधित पत्र नगर विकास विभाग को भेज दिया है. साज के पदाधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि आठ लेन सड़क का काम 99 प्रतिशत तक पूरा हो गया है. जो थोड़ा बहुत काम है, उसे अगस्त के अंतिम सप्ताह तक पूरा कर लिया जायेगा. दस दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण काम प्रभावित हुआ है. बारिश थमने के बाद अधूरे कामों को पूरा कर लिया जायेगा. आठ लेन सड़क पर डीवीसी के टावर शिफ्टिंग का काम चल रहा है. स्ट्रीट लाइट में बिजली का कनेक्शन, कुछ जगहों पर सड़क के कालीकरण का काम बचा है.
साइकिल ट्रैक के नाम पर खानापूर्ति :
आठ लेन सड़क पर साइकिल ट्रैक के नाम पर खानापूर्ति हो रही है. सर्विस लेन के 6.5-6.5 मीटर में से 2-2 मीटर का साइकिल ट्रैक बनाना था. साइकिल ट्रैक के लिए अलग से ग्रील लगाने का प्रस्ताव था लेकिन सर्विस लेन में दो-दो मीटर की वाइट लाइनिंग कर इसे साइकिल ट्रैक का नाम दे दिया गया है. साज के पदाधिकारी के मुताबिक ग्रिल लगाने का प्रस्ताव था लेकिन इससे सर्विस लेन छोटा हो जाता. आवागमन में भी परेशानी होती. लिहाजा दो-दो मीटर की पेंटिंग कर साइकिल ट्रैक बना दी गयी है.बंगलादेश से भी बदतर स्थिति झारखंड की : पूर्व मेयर
पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा कि सरकार की नाकामी के चलते वर्ल्ड बैंक ने अपने हाथ खींच लिये. बंगलादेश से भी बदतर स्थिति झारखंड की है. आठ लेन में लेट लतीफी के कारण वर्ल्ड बैंक के प्रतिनिधि काफी नाराज थे. कोविड का बहाना बना काम में देरी की गयी. वर्ल्ड बैंक के 100 करोड़ डिले पेनाल्टी काट लिया गया. काम में देरी से नाराज हो वर्ल्ड बैंक फाइनांस सपोर्ट नहीं कर रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है