बरवाअड्डा के रहने वाले किशोर कुमार (30) ने पारिवारिक विवाद में रविवार की रात घर में रखे चूहा मारने की दवा खा ली. इसके बाद वह बेहोश हो गया. परिजन उसे एंबुलेंस से एसएनएमएमसीएच लाये. इमरजेंसी में इलाज के बाद उसे पॉइजन वार्ड में भेज दिया गया. वहां पर इलाज में देर होने की वजह से परिजन गुस्सा हो गये. उन्हाेंने इमरजेंसी परिसर में हंगामा करना शुरू कर दिया. वार्ड के कर्मियों के समझने के बाद वे शांत हुए. इसके बाद वार्ड में किशोर का इलाज शुरू हुआ. मरीज की मां कमला देवी ने बताया कि किशोर के ससुर उसकी पत्नी को अपने घर ले जाने आये थे. किशोर के मना करने के बाद भी वह अपने पिता के साथ चली गयी. इसी गुस्से में किशोर ने जहर खा लिया. वह मजदूरी कर कर अपने परिवार का पालन-पोषण करता है.
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बैल के पगहा से लगायी फांसी, इलाज के दौरान मौत
पूर्वी टुंडी के चुरुरीया में रहने वाले छुटुलाल हेंब्रम की मौत रविवार को इलाज के दौरान एसएनएमएमसीएच में हो गयी. मौत के बाद रविवार को मृतक की पत्नी लुखी मुनी हेंब्रम ने सरायढेला थाना को अपना बयान दर्ज करवाया. उसने बताया कि उनके पति का दिमागी हालत ठीक नहीं थी. 17 अक्टूबर को वह अपने घर में झाडू लगा रही थी. तभी उसके पति ने बैल के पगहा से फांसी लगा ली. उनकी नजर पड़ी, तो आसपास के ग्रामीणों के सहयोग से उसे नीचे उतारा और अस्पताल में भर्ती करवाया. इलाज के दौरान मौत हो गयी.
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