DHANBAD NEWS : जिला अभियंता पर महिला जिप सदस्य ने फेंकी बोतलें, नाराज अधिकारियों ने किया बैठक का बहिष्कार

जिला परिषद बोर्ड की विशेष बैठक में जिप सदस्यों का हंगामा, डीडीसी पर दुर्व्यवहार का आरोप, डीडीसी के आग्रह पर करीब आधा घंटा बाद बैठक में शामिल हुए अधिकतर अधिकारी

By Prabhat Khabar News Desk | October 6, 2024 1:52 AM
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जिला परिषद के सभागार में शनिवार को जिला परिषद की विशेष बैठक में जिप सदस्यों ने जम कर हंगामा किया. हंगामे के बीच क्षेत्र संख्या 10 की जिप सदस्य लक्ष्मी मुर्मू ने जिला अभियंता सह विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता नरेंद्र कुमार पर बोतलें फेंक दी. वह उन पर योजनाओं के क्रियान्वयन में पैसे मांगने का आरोप लगा रही थीं. साथ ही अपने क्षेत्र में योजनाओं में विलंब का कारण जिला अभियंता को बता रही थीं. इस पर जिला अभियंता ने सदस्यों पर बेवजह काम में दखल देने का आरोप लगाया. इसी बीच लक्ष्मी मुर्मू ने एक के बाद एक पानी से भरी हुईं चार बोतलें जिला अभियंता की तरफ उछाल दीं. मामला बिगड़ता देख जिप अध्यक्ष शारदा सिंह की पहल पर जिला अभियंता ने अपने व्यवहार पर खेद प्रकट किया. इससे सदस्य शांत हो गये. लेकिन बैठक में विभिन्न विभागों के मौजूद अभियंता व अधिकारी जिला अभियंता पर बोतल फेंके जाने से नाराज हो गये. अधिकारियों ने इस हरकत को अपना अपमान बताते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया और सभागार से बाहर निकल गये. करीब 30 मिनट बाद उप विकास आयुक्त सादात अनवर के आग्रह पर अधिकतर अधिकारी बैठक में लौट आये.

बैठक का एजेंडा पहले से नहीं दिये जाने से नाराज थे सदस्य :

जिप अध्यक्ष शारदा सिंह की अध्यक्षता में बैठक शुरू होने के साथ ही सदस्यों का हंगामा शुरू हो गया. सदस्य पांच से सात दिन पहले बैठक का एजेंडा नहीं दिये जाने पर नाराजगी प्रकट करने लगे. इस पर जिप सचिव सह डीडीसी ने बताया कि यह एक विशेष बैठक है. इसका सिंगल एजेंडा डीआरडीए को जिला परिषद में समाहित करने का निर्णय लेना है. इस पर सदस्यों ने आपत्ति की. वह पहले अन्य मामलों पर चर्चा की मांग कर रहे थे. लेकिन डीडीसी पहले इसी मामले को पास करवाना चाहते थे. इस पर सदस्यों ने उन पर ही दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा कर हंगामा शुरू कर दिया. जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह ने मामले को संभाला. फिर सचिव भी अन्य मुद्दों पर पहले चर्चा करने के लिए तैयार हो गये.

अंत में हुई डीआरडीए के जिला परिषद में विलय की चर्चा :

बैठक के अंतिम समय में डीआरडीए को जिला परिषद में समाहित करने के एजेंडे पर चर्चा की गयी. डीडीसी ने सदन को बताया कि डीआरडीए के विलय से जिला परिषद पर कोई अतिरिक्त आर्थिक बोझ नहीं बढ़ेगा. इसकी जगह कर्मचारियों और अधिकारियों की कमी झेल रहे जिला परिषद को अतिरिक्त अधिकारी कर्मचारी मिल जायेंगे. समाहित होने के बाद डीआरडीए जिला परिषद के अधीन अलग कोषांग डीआरडीबी के अंतर्गत काम करेगा. चर्चा के बाद डीआरडीए को जिला परिषद में समाहित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गयी. हालांकि जिप सदस्य विकास महतो ने इस विलय के औचित्य पर सवाल उठाया. चर्चा में उपाध्यक्ष सरिता देवी, बिजली देवी, मीना हेंब्रम, जेबा मेनीसेंट मरांडी, पिंकी मरांडी, दीपाली रोहदास, संजय सिंह. लक्ष्मी मुर्मू , हसीना खातून, सोहराब अंसारी, नाजिश खातुन, स्वाति कुमारी, बणी देवी, मो. इसराफिल ललिता देवी, सुबोध कुमार भारती, विकास कुमार महतो, आशा देवी, श्वेता कुमारी, उषा देवी, बादल चंद्र बाउरी व मो गुलाम ने मुख्य रूप से हिस्सा लिया. बैठक में धनबाद सांसद प्रतिनिधि के रूप में मिल्टन पार्थसारथी उपस्थित थे.

इन मुद्दों पर चर्चा के बाद बनी सहमति

– 15वें वित्त आयोग के मद से वर्ष 2023-24 के लिए प्राप्त छह करोड़ 35 लाख 68 हजार 500 रुपये की 171 योजनाओं को मंजूरी मिली. – ग्रामीण क्षेत्रों के अंतर्गत 10 लाख रुपये से कम लागत की योजनाओं का जिला परिषद के माध्यम से ऑफ लाइन टेंडर कराने के प्रस्ताव पर चर्चा के बाद सहमति दी गयी. अभी सभी टेंडर को ऑनलाइन कराने का निर्देश है. इसके लिए अब राज्य सरकार से पत्राचार कर सहमति ली जायेगी. – बोर्ड ने सदस्यों से अपने अपने क्षेत्र से कम से कम पांच योजना देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी. इसमें से कम से कम दो योजनाओं का क्रियान्वयन डीएमएफटी मद से किया जायेगा. फिर डीडीसी चयनित दोनों योजनाओं को डीएमएफटी गवर्निंग काउंसिल की बैठक में पास करायेंगे.

– प्रत्येक जिप क्षेत्र में सदस्यों की अनुशंसा पर तीन-तीन चापाकल लगाने का निर्णय लिया गया. – बैठक में बरवाअड्डा से मैथन तक एनएच टू कार्य में अनियमितता का मामला उठाया गया. इस पर नियमावली बनाने के लिए एनएचएआइ के अधिकारियों के साथ बैठक करने का निर्णय लिया गया.

– जिला परिषद के नये संवेदकों के निबंधन के लिए आवेदन आमंत्रित कराने का निर्णय लिया गया. – प्रवासी मजदूरों के लिए पंचायत वार कैंप लगाकर पीला या हरा कार्ड बनाने का निर्णय लिया गया.

महत्वपूर्ण निर्णय

– निरीक्षण भवन को आउटसोर्स किया जायेगा.

– पुराना बाजार और हीरापुर की खाली जमीन पर पीपीपी मोड से मार्केट कॉम्प्लेक्स बनाया जायेगा.

– जिला परिषद की दुकानों की जांच की जायेगी. किराये पर लगायी गयी दुकानों का आवंटन होगा रद्द- बिजली विभाग, एनएचआएआइ, पीएचइडी और प्रदूषण विभाग के साथ सदस्यों की अलग से बैठक होगी.

– शहीद शक्ति नाथ महतो की तस्वीर सभागार में लगाने निर्णय लिया गया.

कोट

यह बैठक शॉर्ट नोटिस पर बुलायी गयी थी. इसमें मुख्य रूप से डीआरडीए को जिला परिषद में समाहित करने पर निर्णय लिया गया. हालांकि डीआरडीए के कर्मचारियों को जरूरत के अनुसार जिला परिषद में समाहित करने का निर्णय लिया गया है.

शारदा सिंह,

जिप अध्यक्ष

कुछ सदस्यों ने जिला अभियंता पर कुछ आरोप लगाये हैं. इनकी जांच करायी जायेगी. बैठक में डीआरडीए के जिला परिषद में विलय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी.

सादात अनवर,

डीडीसी सह सचिव जिला परिषद.

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