मसानजोर डैम के जलस्तर को हर हाल में नियंत्रित रखें

निर्देश. डीसी ने आपदा से निबटने के इंतजामों को लेकर बैठक की, कहा जिले में लगातार रूक-रूक कर हो रही बारिश से छोटी-बड़ी नदियां उफान पर संभावित प्रभावित क्षेत्रों में सूखे खाद्य सामग्री के इंतजाम करने का भी निर्देश दुमका : दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार ने अपने आवासीय कार्यालय में आपदा से संबंधित एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 27, 2017 6:23 AM

निर्देश. डीसी ने आपदा से निबटने के इंतजामों को लेकर बैठक की, कहा

जिले में लगातार रूक-रूक कर हो रही बारिश से छोटी-बड़ी नदियां उफान पर
संभावित प्रभावित क्षेत्रों में सूखे खाद्य सामग्री के इंतजाम करने का भी निर्देश
दुमका : दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार ने अपने आवासीय कार्यालय में आपदा से संबंधित एक बैठक की, जिसमें पिछले पांच-छह दिनों से हो रही लगातार बारिश को देखते हुए मसानजोर डैम के जलस्तर को नियंत्रित रखने को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया. उन्होंने कहा कि जिले में लगातार रूक-रूक कर मूसलधार बारिश हो रही है. जिसके कारण छोटी-बड़ी नदियां पूरी तरह उफान पर हैं. लगातार हो रही बारिश के कारण मयुराक्षी नदी के जलस्तर में भी अचानक काफी वृद्धि हुई है. यदि इस प्रकार की बारिश अगले 2-3 दिन और होती रही तो मयुराक्षी नदी पर बने मसानजोर डैम में संचित पानी का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच सकता है.
इससे आस-पास के क्षेत्रों में बाढ़ या जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. लिहाजा मसानजोर डैम के जलस्तर पर लगातार निगरानी रखने का आदेश दिया गया है. उन्होंने कहा कि जिले में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए मसानजोर डैम के जलस्तर पर लगातार निगरानी रखते हुए पानी को आवश्यकतानुसार छोड़ा भी जायेगा. किसी सूरत में मसानजोर डैम का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर नहीं पहुंचे, यह सुनिश्चित कराने को कहा गया है. आपात स्थिति उत्पन्न होने पर तत्काल जिले के वरीय पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी जाये, यह भी कहा गया है. श्री कुमार ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में खाद्य सामग्री वितरण के लिए सूखे खाद्य सामग्री यथा चूड़ा, गुड़ आदि की व्यवस्था भी करके रखे जाने का आदेश दिया गया है तथा सभी थाना प्रभारी को प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ समन्वय रखते हुए आपदा से संबंधित व्यवस्था में आवश्यक सहयोग प्रदान करने को कहा गया है. अत्यधिक बारिश के कारण किसी भी क्षेत्र में आवागमन बाधित हो गया हो तो उसे चालू कराने के लिए समुचित कार्रवाई करने के भी आदेश उनके द्वारा दिये गये हैं. बैठक में सिंचाई प्रमंडल, पथ प्रमंडल, ग्रामीण कार्य तथा पेयजल स्वच्छता प्रमंडल 1 एवं 2 के कार्यपालक अभियंता, कार्यपालक दंडाधिकारी डॉ सुदेश कुमार के अलावा संबंधित विभाग के सभी तकनीकी पदाधिकारी उपस्थित थे.

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