मां की एक थप्पड़ से घर छोड़ा, हुआ ट्रैफिकिंग का शिकार
दुमका : बाल कल्याण समिति के समक्ष चाइल्ड लाइन भागलपुर द्वारा शनिवार को हंसडीहा थाना क्षेत्र के 15 वर्षीय बालक को प्रस्तुत किया गया. चेयरपर्सन अमरेंद्र कुमार ने बताया कि बालक इसी वर्ष होली के दो दिन बाद छोटे भाई से झगड़ा कर रहा था. इस पर उसकी मम्मी ने डांटते हुए एक थप्पड़ मार […]
दुमका : बाल कल्याण समिति के समक्ष चाइल्ड लाइन भागलपुर द्वारा शनिवार को हंसडीहा थाना क्षेत्र के 15 वर्षीय बालक को प्रस्तुत किया गया. चेयरपर्सन अमरेंद्र कुमार ने बताया कि बालक इसी वर्ष होली के दो दिन बाद छोटे भाई से झगड़ा कर रहा था. इस पर उसकी मम्मी ने डांटते हुए एक थप्पड़ मार दिया था. बस इसी बात बालक घर से भाग कर हंसडीहा पहुंच गया. बालक ने समिति के समक्ष बताया कि वहां विक्रम नाम के ठेकेदार के पास एक दिन काम किया,
दूसरे दिन उसे तमिलनाडु के ग्लास फैक्ट्री में काम दिलाने के नाम पर ट्रेन से इसे ले जा रहा था. चेन्नई पहुंचने पर उसका ट्रेन छूट गया और विक्रम उसे छोड़ कर आगे बढ़ गया. वहां भटकते देख रेल पुलिस उसे चेन्नई के बाल गृह में रखवा दिया. जिसे बाद में भागलपुर सीडब्ल्यूसी के माध्यम से दुमका लाया गया. इधर दूसरे मामले में उपायुक्त मुकेश कुमार के आदेश से जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने केंद्रीय कारा में बंदी माता-पिता के साथ रह रहे 5 वर्ष 11 माह के बालक को सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रतुत किया, जिसे समिति ने तत्काल आॅफ्टर केयर होम में रखने का आदेश निर्गत किया. सुनवाई में सीडब्ल्यूसी चेयरपर्सन अमरेंद्र कुमार, सदस्य शकुंतला दुबे, धर्मेंद्र नारायण प्रसाद व रंजन कुमार सिन्हा मौजूद थे.