13 साल की बच्ची घर से भागी रामपुरहाट में हुआ यौन शोषण
दुमका : एक माह पूर्व घर से बिना कुछ कहे मसानजोर घूमने जाना एक बच्ची के लिए काफी लोमहर्षक साबित हुआ. वह यौन शोषण का शिकार हो गयी. काठीकुंड स्थित अपने गांव से मसानजोर जाने के बाद वहां एक अनजाने युवक से उसकी दोस्ती हो गयी. दोनों ने साथ खाना खाया तथा युवक ने वहां […]
दुमका : एक माह पूर्व घर से बिना कुछ कहे मसानजोर घूमने जाना एक बच्ची के लिए काफी लोमहर्षक साबित हुआ. वह यौन शोषण का शिकार हो गयी. काठीकुंड स्थित अपने गांव से मसानजोर जाने के बाद वहां एक अनजाने युवक से उसकी दोस्ती हो गयी. दोनों ने साथ खाना खाया तथा युवक ने वहां अपने दो दोस्तों को बुलाया और सभी पूजा करने तारापीठ चले गये. बाल कल्याण समिति के समक्ष बालिका ने अपने बयान में बताया कि पूजा के पश्चात सभी लोग रात में एक होटल में रुके,
जहां एक लड़ने ने उसके साथ यौन शोषण किया. दूसरे दिन लड़की को रामपुरहाट स्टेशन में छोड़ कर सभी लड़के भाग रहे थे तो वहां उपस्थित ऑटो चालकों ने माजरे को भांप लिया तथा दो लड़के को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. अभी भी दोनों लड़के वीरभूम जेल में है. लड़की के पिता ने बताया कि उनकी बेटी पहले भी एक बार घर से कहीं चल गयी थी. उसकी मानसिक स्थिति थोड़ी खराब है. लड़की ने कहा वह घर जाना चाहती है. उसे खाना बनाना अच्छा लगता है. इसके पूर्व लड़की अपने बगल के गांव का नाम बता पा रही थी.
उसे अपने गांव का नाम पता नहीं था. जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्र के सहयोग से बालिका के पिता को खोज निकाला गया. सीडब्ल्यूसी ने सभी प्रकिया पूरी कर बालिका को उसके पिता को सुपुर्द कर दिया. सुनवाई में चेयरपर्सन अमरेंद्र कुमार, सदस्य शकुंतला दुबे व धर्मेंद्र नारायण प्रसाद मौजूद थे. चेयरपर्सन श्री कुमार ने बताया कि बाल कल्याण समिति बेंच ऑफ मजिस्ट्रेट के समक्ष मंगलवार को चाइल्ड लाइन रामपुरहाट के द्वारा काठीकुंड की उक्त 13 वर्षीय बालिका को प्रस्तुत किया गया था.