मिल्लत कॉलेज परसा जैसे पिछड़े संस्थान को नहीं मिला नियमित प्राचार्य

दुमका : सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय को इस बार आधे दर्जनों प्राचार्य झारखंड लोक सेवा आयोग से मिले, लेकिन इनमें से वैसे संस्थानों को प्राचार्य नहीं मिल सके, जो काफी पिछड़े या यूं कहें कि अधिकांश मामलों में फिसड‍्डी हैं. इनमें मिल्लत कॉलेज परसा व एसआरटी धमड़ी शामिल है. मिल्लत कॉलेज परसा की स्थिति दोनों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2017 6:09 AM

दुमका : सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय को इस बार आधे दर्जनों प्राचार्य झारखंड लोक सेवा आयोग से मिले, लेकिन इनमें से वैसे संस्थानों को प्राचार्य नहीं मिल सके, जो काफी पिछड़े या यूं कहें कि अधिकांश मामलों में फिसड‍्डी हैं. इनमें मिल्लत कॉलेज परसा व एसआरटी धमड़ी शामिल है. मिल्लत कॉलेज परसा की स्थिति दोनों में सबसे अधिक भयावह है.

शैक्षणिक भी, प्रशासनिक भी. बावजूद इन कॉलेजों में सुधार के लिए प्राचार्य का पदस्थापन नहीं हो सका. मामले में वीसी प्रो मनोरंजन प्रसाद सिन्हा ने कहा है कि अभी विश्वविद्यालय के कुल चार अंगीभूत महाविद्यालय नैक नहीं करा सके हैं, जिनमें जामताड़ा और बीएसके कॉलेज बरहरवा के साथ-साथ एसआरटी कॉलेज धमड़ी व मिल्लत कॉलेज परसा शामिल है. जामताड़ा कॉलेज और बीएसके कॉलेज बरहरवा में अनुभवी प्राचार्य भेजे गये हैं. उम्मीद है कि इन दोनो कॉलेजों की वे तस्वीर बदलने में कामयाब साबित होंगे. एसआरटी कॉलेज धमड़ी ने यूजीसी से 2 एफ एवं 12 बी के तहत भी मान्यता प्राप्त नहीं की थी,

जो नैक के लिए जरूरी था. इस कॉलेज ने इसमें कदम आगे बढ़ाया है. मिल्लत कॉलेज परसा में वास्तव में बहुत सुधार की जरूरत है. उस कॉलेज की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाना जरूरी है. संभावना है कि इस कॉलेज को लेकर कुछ कड़े निर्णय भी विश्वविद्यालय उठायेगा.

11 से बारहवीं की जांच परीक्षा : दुमका. प्लस टू जिला स्कूल में इंटरमीडिएट परीक्षा में शत-प्रतिशत उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बारहवीं के छात्रों, अभिभावकों एवं शिक्षकों का एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें उपस्थित छात्रों एवं अभिभावकों को संबोधित करते हुए प्राचार्य अजय कुमार गुप्ता ने बताया कि जैक द्वारा आयोजित वार्षिक परीक्षा में शामिल होने के लिए 11 दिसंबर से बारहवीं के छात्रों के लिए एक जांच परीक्षा का आयोजन किया जायेगा. जिसमें 33℅ अंक प्राप्त करने वाले एवं कक्षा में 75 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराने वाले छात्र ही बोर्ड का फॉर्म भरने के लिए योग्य होंगे. संगोष्ठी में उपस्थित उप प्रचार्य मो आईनुल हक अंसारी, डॉ सत्येन्द्र कुमार सिंह, डॉ रमेश मिश्रा, संजीव कुमार सिंह, राजीव लोचन सिंह आदि मौजूद थे.

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