कार्रवाई के खिलाफ रणनीति बना कर सड़क पर उतरेंगे मुखिया
जिला मुखिया संघ की बैठक में लिया निर्णयप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीJayant Chaudhary: क्या है ऑरवेलियन-1984, जिसका मंत्री जयंत चौधरी ने किया है जिक्रJustice Yashwant Varma Case: कैसे हटाए जा सकते हैं सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जज?Spies In Mauryan Dynasty : मौर्य काल से ही चल रही है ‘रेकी’ की परंपरा, आज हो तो […]
जिला मुखिया संघ की बैठक में लिया निर्णय
हक व अधिकार के लिए एकजुट होने का आह्वान
दुमका : जिला मुखिया संघ की बैठक जिला अध्यक्ष चंद्रमोहन हांसदा की अध्यक्षता में की गयी. इसमें मुखिया ने संगठन को सशक्त बनाने और सुदृढ़ करने के लिए अपने-अपने विचारों को रखा. संघ के संरक्षक बाबूराम मुर्मू ने कहा कि मुखिया को संगठन के माध्यम से सशक्त होना चाहिए और अपने हक और अधिकार के लिए एकजुट होकर आगे आना चाहिए. जन प्रतिनिधियों द्वारा की गयी. छोटी-मोटी गलती को सुधारने की बजाय निलंबन व दंडित करने जैसी कार्रवाई की निंदा की गयी.
कहा गया कि मुखिया एवं पंचायत सचिव को वित्तीय अधिकार के संबंध में समान अधिकार है . समान रूप से दोनों जिम्मेवार भी हैं. जबकि पंचायत राज व्यवस्था के तहत सभी अभिलेख एवं दस्तावेजों का संधारण पंचायत सचिव द्वारा किया जाता है. मुखिया के द्वारा हस्ताक्षर एवं निगरानी होती है. ऐसे में प्रशासन द्वारा मुखिया को निलंबित करना न्यायसंगत नहीं है.
वर्तमान में जिला प्रशासन अगर मुखिया के विरुद्ध ऐसा ही रवैया अपनाती है तो आनेवाले दिनों में जिले के मुखिया संगठन के माध्यम से रणनीति बनाकर सड़क पर उतर जायेंगे. अपने हक अधिकार के लिए संघर्ष करेंगे. बैठक में होपना किस्कू,सुलेमान बास्की,जयचिंता सोरेन, मंजूलता सोरेन, मंजु किस्कू, पुतुल मुर्मू, निर्मला मुर्मू,रानी सोरेन विजय सोरेन, सहदेव मरांडी, प्रिया बास्की, सुनीराम बास्की, डुनूच मुरमू आदि मौजूद थे.