रानीश्वर : दिगलपहाड़ी नहर की जमीन का स्थानीय लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है. इस कारण चापुड़िया- आसनबनी गांव के बीच पक्कीकरण का कार्य प्रभावित हो रहा है. चापुड़िया स्कूल से आसनबनी बाजार होते हुए कृषि फार्म के बीच नहर की जमीन अतिक्रमण किये जाने से संवेदक ने इन गांवों के बीच नहर पक्कीकरण कार्य शुरू नहीं कराया है. किसानों व विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा लंबे समय से दिगलपहाड़ी नहर के पक्कीकरण कराने की मांग की जा रही थी.
किसानों की मांग पूरा करते हुए अप्रैल महीने में करीब 12 करोड़ रुपये की लागत से नहर पक्कीकरण का शिलान्यास स्थानीय विधायक नलिन सोरेन ने किया था. शिलान्यास के समय स्थानीय लोगों को अतिक्रमण हटाने में विभाग की मदद करने की बात कही गयी थी, पर नहर का जमीन जो अतिक्रमण हुआ है, उसे मुक्त करने में लोग आगे नहीं बढ़ रहे हैं. संवेदक ने परेशानी को देख चापुड़िया व आसनबनी गांव के बीच नहर पक्कीकरण का ही शुरू नहीं किया है.
दिगलपहाड़ी डैम के दक्षिण व उत्तर छोर पर दो अलग-अलग नहर निकाले गये हैं. दक्षिण भाग का नहर चापुड़िया, आसनबनी होते हुए तिलाबनी तक पहुंचा है. वहीं उत्तर भाग का नहर सिउलीबोना की ओर पहुंचा है. पक्कीकरण का कार्य पूरा हो जाने से नहर से आसनबनी, धानभाषा सालतोला तीन पंचायत के किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो पायेगी. चापुड़िया स्कूल से आसनबनी कृषि फार्म तक विभिन्न जगहों पर नहर का जमीन अतिक्रमण कर कहीं पक्का मकान तो कहीं पानी टंकी, खलिहान आदि बना दिया गया है. जानकारी के अनुसार नहर के लिए करीब 21 फीट चौड़ाई की जरूरत है. वर्षों से नहर के रख रखाव के अभाव में पानी पहुंचना बंद हो गया था. धीरे धीरे स्थानीय लोगों द्वारा नहर के जमीन का अतिक्रमण कर लिया गया है.