केंद्रीय कारा में कैदी की पिटाई
दुमका : सेंट्रल जेल दुमका में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी कारु महतो को घायल अवस्था में जेल प्रशासन ने सोमवार को सदर अस्पताल में भरती कराया. घायल कैदी कारु महतो ने बताया कि हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा के तहत हजारीबाग जेल से दुमका सेंट्रल जेल 2011 में आया […]
दुमका : सेंट्रल जेल दुमका में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी कारु महतो को घायल अवस्था में जेल प्रशासन ने सोमवार को सदर अस्पताल में भरती कराया. घायल कैदी कारु महतो ने बताया कि हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा के तहत हजारीबाग जेल से दुमका सेंट्रल जेल 2011 में आया है. वह बोकारो कारुडीह का रहने वाला है.
जब उसे दुमका जेल लाया गया तो उसे सेल में रखा गया. उसने जेल प्रशासन से काम करने और जेनरल वार्ड में रखने को कही, तो उसे बागवानी करने का काम दिया गया और जनरल वार्ड में रखा गया. कारु ने बताया कि जेल में उसे कभी भरपेट भोजन नहीं मिला. इस बात को लेकर उसने अनशन भी किया था. होली के समय 17 मार्च से 27 मार्च तक अनशन किया था, तो उसे जेल अस्पताल में भरती भी किया गया था. उसका कहना है कि जेल में कैदियों से भोजन में हरी सब्जी देने के नाम पर 100 से 150 रुपये प्रतिमाह लिया जाता है और मेस से खाना खाने पर 300 से 600 रुपये कैदी को देना पड़ता है.
उसने यह भी आरोप लगाया कि जेल में बंद नक्सली खुलेआम मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं. इन बातों को लेकर उसने जेल प्रशासन से शिकायत की, तो उल्टे प्रताड़ित होना पड़ा. कारु ने कहा कि वह जेल में फैली अराजकता के खिलाफ आवाज उठाता रहेगा.
कहा कि उसे तीन आदमी के बराबर भोजन चाहिए, लेकिन उसे कभी भरपेट खाने नहीं दिया गया. क्षुब्ध होकर उसने दो दिन खाना नहीं खाया तो जेल में रीडर लोगों ने मिलकर बाथरुम में बंद कर दिया तथा बुरी तरह से मारपीट कर घायल कर दिया.