पहाड़िया जनजाति के ट्रेनी पायलट से मिले सीएम, कहा – समाज के लिए रोल मॉडल बनें
दुमका सेधनबाद प्रस्थान करने के क्रम में सीएम रघुवर दास ने दुमका एयरपोर्ट पर पहाड़िया समुदाय के प्रशिक्षु पायलट जॉनी फ्रैंक से मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़िया समुदाय की ओर से पायलट बनकर आप समाज के लिए रोल मॉडल बने. वहीं ट्रेनी पायलट जॉनी फ्रैंक ने मुख्यमंत्री का आभार प्रकट करते हुए कहा […]
दुमका सेधनबाद प्रस्थान करने के क्रम में सीएम रघुवर दास ने दुमका एयरपोर्ट पर पहाड़िया समुदाय के प्रशिक्षु पायलट जॉनी फ्रैंक से मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़िया समुदाय की ओर से पायलट बनकर आप समाज के लिए रोल मॉडल बने. वहीं ट्रेनी पायलट जॉनी फ्रैंक ने मुख्यमंत्री का आभार प्रकट करते हुए कहा कि पहाडिया समुदाय में नयी चेतना का संचार हुआ है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य के सभी आदिम जनजातीय समुदायों के विकास के लिए सरकार समयबद्ध और योजनाबद्ध प्रयास कर रही है. उन्होंने अपील किया कि आदिम जनजाति समुदाय अपनी शिक्षा को विशेष प्राथमिकता दें. शिक्षा से ही सभी समस्याएं दूर होंगी.
पहाड़िया जनजाति
पहाड़िया जनजाति झारखंड की 2300 साल पुरानी आदिम जनजाति है. अपनी बहादुरी और वीरता के लिए यह समुदाय खास पहचान रखती है. बदलते वक्त के साथ पहाड़िया जनजाति को अशिक्षा, भूख और बीमारी जैसी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. इस जनजाति के अस्तित्व पर पैदा सकंट को देखते हुए साहेबगंज के एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने 956 पहाड़िया विशेष बटालियन के आरक्षियों ( सिपाही ) के बीच ‘नियुक्ति पत्र’ वितरित की गयी थी. ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ क्रांति का बिगुल बजाने वाले तिलका मांझी भी इसी समुदाय से आते थे.