स्वस्थ होने पर बताया अपना नाम और पता
सड़क हादसे में घायल युवक एक पखवारे रहा बेहोश दुमका नगर : सामान्य तौर पर सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली, चिकित्सक एवं कर्मियों की लापरवाही व उदासीनता की बात ही सामने आती है, लेकिन सदर अस्पताल में पिछले 26 दिनों से जिंदगी-मौत से जूझ रहे एक युवक के इलाज से इस मिथक को […]
सड़क हादसे में घायल युवक एक पखवारे रहा बेहोश
दुमका नगर : सामान्य तौर पर सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली, चिकित्सक एवं कर्मियों की लापरवाही व उदासीनता की बात ही सामने आती है, लेकिन सदर अस्पताल में पिछले 26 दिनों से जिंदगी-मौत से जूझ रहे एक युवक के इलाज से इस मिथक को स्वास्थ्यकर्मियों-चिकित्सकों ने तोड़ा है. विजयपुर के पास 23 मार्च को एक युवक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया था. हादसे के बाद से ही वह बेहोश था. ऐसे में उसके बारे में उनके परिजनों को भी जानकारी नहीं दी जा सकी थी.
इधर, परिजन भी उसे खोज नहीं पा रहे थे. सदर अस्पताल में अपनी सेवा भावना को बखूबी निभाते हुए प्रत्येक कर्मी इस अवधि में उस युवक का ख्याल रखते रहे. दो-तीन दिन पहले उसे होश आया, तो उसने अपना नाम पता बताया, पर संपर्क नहीं हो सका. लगातार प्रयास के बाद किसी तरह उसके पिता से संपर्क साधा गया और फिर उन्होंने पहुंच कर अपने बेटे को जीवित और सही सलामत हालत में पाया, तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा. चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों को धन्यवाद देते हुए अपना बेटे को वह अपने साथ ले गये.
पिता बिना सोरेन ने बताया कि उनका पुत्र अनिल सोरेन प्लस टू जिला स्कूल का छात्र है. वह हिजला मेला देखने दुमका आया था. यहां से वह घर लौटने के बाद उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ने लगी. उसे मसलिया स्वास्थ्य केंद्र में भी ले जाया गया था. जहां चिकित्सक द्वारा प्राथमिक उपचार करने के बाद सदर अस्पताल कहा गया था.