एक दशक में एसीबी ने संप से दबोचे 50 घूसखोर, 5 जनप्रतिनिधि भी

दुमका : संताल परगना में 2008 से अब तक यानी पूरे एक दशक में 50 घूसखोरों को रंगे हाथ दबोचने में भ्रष्टाचार निरोधक कोषांग को सफलता मिली है. दस साल पहले जहां इक्का-दुक्का मामले संताल परगना से एसीबी (तब निगरानी) को जाया करती थी, लेकिन जब यहां एसीबी का कार्यालय खुला और फिर मार्च-अप्रैल 2017 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 1, 2018 5:21 AM

दुमका : संताल परगना में 2008 से अब तक यानी पूरे एक दशक में 50 घूसखोरों को रंगे हाथ दबोचने में भ्रष्टाचार निरोधक कोषांग को सफलता मिली है. दस साल पहले जहां इक्का-दुक्का मामले संताल परगना से एसीबी (तब निगरानी) को जाया करती थी, लेकिन जब यहां एसीबी का कार्यालय खुला और फिर मार्च-अप्रैल 2017 में एसीबी ने यहां थाना खोला, तो रिश्वतखोरों के खिलाफ शिकायतें आनी तेज हुई. स्वाभाविक तौर पर इससे ट्रैपिंग की उपलब्धियां भी बढ़ीं. 2016 में ट्रैपिंग के जहां 9 मामले पूरे संताल परगना से रांची में दर्ज हुए थे, वहीं 2017 में ट्रैपिंग के मामले बढ़ कर 21 हुए और 22 की गिरफ्तारी हुई. यानी वर्ष 2016, 2017 एवं मई 2018 तक 35 ट्रैपिंग हुए, जबकि 2008 से 2015 तक 15 को गिरफ्तार किया जा सका था.

संप में डीइओ से बीइइओ तक और सीएस से लेकर एमओ तक धराये
अब तक संताल परगना से सिविल सर्जन,जिला शिक्षा पदाधिकारी, सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, वेटनरी डॉक्टर, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय की प्राचार्य तक को रिश्वत लेने के क्रम में ट्रैप किया जा चुका है. दुमका में एसीबी का थाना खुलने के बाद जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ विजय कुमार सिंह व उसी कार्यालय के कर्मी अरविंद कुमार सिंह, रामगढ़ अंचल कार्यालय के लिपिक राजेश अंबष्ठ, आरटीओ के सहायक संजीव कुमार दुबे व प्रियनाथ तिवारी, बरमसिया के पंचायत सचिव सुभाष चंद्र दां, जरमुंडी के पंचायत सचिव शंभुनाथ गण, महेशपुर के अंचल अमीन शिशिर भट‍्टाचार्य, अमड़ापाड़ा की बीइइओ हेलेन मरांडी व प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय की तत्कालीन प्राचार्य एडलीन हांसदा जेल भेजे गये थे.
तीन महिला मुखिया समेत चार महिला जनप्रतिनिधि भी गयीं जेल
एसीबी ने इस इलाके से पंचायती राज व्यवस्था से जुड़े पांच जनप्रतिनिधियों को भी रिश्वतखोरी में जेल भेजा है. इनमें चार महिलाएं ही हैं. अब तक जामताड़ा जिले के सिमलडुबी पंचायत के मुखिया हरेंद्र सिंह, देवघर जिले के मधुपुर प्रखंड के साप्तर की मुखिया शोभा देवी व सारवां प्रखंड के बनवरिया की मुखिया शांति देवी को, पाकुड़ जिले के महेशपुर प्रखंड के पथरिया की मुखिया अंजली बेसरा को तथा गोड‍्डा जिले के महगामा पूर्वी क्षेत्र से जिला परिषद‍ की सदस्य बीबी निशात जिया योजनाओं के विपत्र भुगतान करने या चेक में हस्ताक्षर करने के एवज में रिश्वत लेते धरायीं हैं.

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