पिता ने पीटा, तो दिल्ली भागा 13 साल का लड़का, डेढ़ माह बाद जम्मू स्टेशन से मिला
दुमका : दुमका जिले के हंसडीहा थाना क्षेत्र में एक 13 साल का लड़का घर से दिल्ली भाग गया. डेढ़ महीने बाद वह जम्मू स्टेशन पर मिला. बाल कल्याण समिति दुमका ने लड़के को अगले आदेश तक दुमका बाल गृह में रखने को कहा है. उसके माता-पिता को इसकी सूचना दे दी गयी है. लड़के […]
दुमका : दुमका जिले के हंसडीहा थाना क्षेत्र में एक 13 साल का लड़का घर से दिल्ली भाग गया. डेढ़ महीने बाद वह जम्मू स्टेशन पर मिला. बाल कल्याण समिति दुमका ने लड़के को अगले आदेश तक दुमका बाल गृह में रखने को कहा है. उसके माता-पिता को इसकी सूचना दे दी गयी है.
लड़के को उसके पिता ने गाय चराने के लिए कहा. ऐसा नहीं करने पर पिता उसकी पिटाई कर दी. पिता की पिटाई से खुद को अपमानित महसूस करने वाला लड़का किसी को बताये बिना घर से भाग गया. हंसडीहा में उसने ट्रेन पकड़ी और भागलपुर पहुंच गया.
भागलपुर स्टेशन पर खड़ी एक ट्रेन में बैठ गया. यहां से वह दिल्ली पहुंच गया. यहां एक व्यक्ति ने उसे एक पंजाबी ढाबा में बर्तन धोने के काम पर लगा दिया. एक माह तक उसने यहां काम किया. होटल मालिक ने उसे 1000 रुपये दिये और होटल से निकाल दिया.
दिल्ली से उसने एक ट्रेन पकड़ी और जम्मू स्टेशन पहुंच गया. एक छोटे बालक को इधर-उधर भटकते देख जम्मू रेलवे स्टेशन के चाइल्ड हेल्प डेस्क ने उसे बाल कल्याण समिति जम्मू के सुपुर्द कर दिया. वहां कुछ दिनों तक लड़के को बाल गृह में रखा गया.
बालक के घर का पता चलने पर बाल कल्याण समिति जम्मू ने देवघर चाइल्ड लाइन से संपर्क किया. फिर लड़के को बाल कल्याण समिति दुमका के हवाले कर दिया गया. बाल कल्याण समिति दुमका ने अगले आदेश तक बालक को दुमका बाल गृह में रखने को कहा है.
सुनवाई में बाल कल्याण समिति बेंच ऑफ मजिस्ट्रेट में अध्यक्ष मनोज कुमार साह, सदस्य रंजन कुमार सिन्हा, धर्मेंद्र नारायण प्रसाद, रमेश प्रसाद साह के अलावा जम्मू चाइल्ड लाइन हेल्प डेस्क रेलवे के सदस्य रघुवीर शर्मा उपस्थित थे.