दुमका में फिसली मुख्यमंत्री रघुवर दास की जुबान, बोले…
दुमका : झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास दुमका जिला के कडबिंधा गांव में जनचौपाल लगाकर लोगों से सीधा संवाद कर रहे थे. लोगों को वे बता रहे थे कि गरीबी दूर करने के लिए सामूहिक प्रयास करना होगा. तभी उनकी जुबान फिसल गयी. उनके मुंह से अपशब्द निकल गया. उन्होंने कहा कि सिर्फ आदिवासी मूलवासी […]
दुमका : झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास दुमका जिला के कडबिंधा गांव में जनचौपाल लगाकर लोगों से सीधा संवाद कर रहे थे. लोगों को वे बता रहे थे कि गरीबी दूर करने के लिए सामूहिक प्रयास करना होगा. तभी उनकी जुबान फिसल गयी. उनके मुंह से अपशब्द निकल गया. उन्होंने कहा कि सिर्फ आदिवासी मूलवासी का नारा देने से कुछ नहीं होगा. अभी तक नेताओं ने …. बनाया है.
जामा विधानसभा क्षेत्र के रामगढ़ प्रखंड के कडबिंधा में आयोजित जन चौपाल में सीएम रघुवर दास ने कहा कि वंशवाद की राजनीति को खत्म करना होगा. मुख्यमंत्री ने शिबू सोरेन परिवार पर जमकर प्रहार किया. कहा कि सोरेन परिवार ने दुमका, धनबाद, बोकारो सहित कई जिलों में सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंघन कर जमीन खरीदी है.
उन्होंने कहा कि सोरेन परिवार भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार करती है कि यह सरकार गरीबों की जमीन लूट लेगी. लेकिन, सच यह है कि जमीन लूटने का काम सोरेन परिवार कर रहा है. उन्होंने अपने ऊपर गरीबों की जमीन लूटने के लग रहे विरोधी दलों के आरोपों पर उन्हें चुनौती दी कि किसी से भी जांच करवा लें. वे 1995 से विधायक हैं. मंत्री रहे. मुख्यमंत्री बने. जमशेदपुर के अलावा कहीं उनकी कोई जमीन नहीं है.
सीएम ने कहा कि आजादी के 67 साल बाद तक बिजली, पानी, सिंचाई, आवास, शौचालय जैसी बुनियादी जरूरतों के लिए लोग तरसते रहे. उन्होंने कहा कि राजनीति में स्थिरता होगी, तो विकास तय होगा. सीएम ने कहा कि जनसहभागिता के बगैर विकास संभव नहीं है.
श्री दास ने कहा कि जब से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं, विकास को गति मिली है. बुनियादी समस्याओं का हल तेजी से हो रहा है. झारखंड की भी तस्वीर बदल रही है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के लिए बदनाम झारखंड अब विकास की राह पर अग्रसर है. चार साल में वर्तमान सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा. राज्य ने चार साल में 18 फीसदी कृषि विकास हासिल की है. कहा कि वर्ष 2014 में जब उन्होंने राज्य की सत्ता संभाली थी, तो प्रदेश के 18% घरों में ही शौचालय थे. अब 100% घरों में शौचालय बन चुके हैं. राज्य पूरी तरह से खुले में शौच से मुक्त हो चुकी है.