दुमका : झारखंड के संताल परगना में संताल हूल की अमर नायिका फूलो-झानो की प्रतिमा का शनिवार को अनावरण किया गया. समाज कल्याण मंत्री डॉ लोइस मरांडी ने प्रतिमा का अनावरण करने के बाद कहा, ‘फूलो और झानो ने संताल हूल में अहम भूमिका निभायी थी. उन्होंने अपने भाइयों सिदो, कान्हू, चांद और भैरव के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई की थी.’
इस अवसर पर डॉ मरांडी ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और इसके नेता शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन ने झारखंड के नाम पर राजनीति की, लेकिन झारखंड की विभूतियों को कोई सम्मान नहीं दिया. उन्होंने शहीदों को सम्मान नहीं दिलाया.
डॉ मरांडी ने कहा शिबू सोरेन ने एक उड़ान अकादमी की स्थापना की. उसे अपने माता-पिता के नाम पर खोला. कहा कि शिबू-हेमंत ने आदिवासियों का वोट बैंक के रूप के इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज का देश की आजादी में आदिवासी पुरुषों की ही नहीं, महिलाओं की भी भूमिका थी.
डॉ लोइस मरांडी ने कहा कि प्रतिमा की स्थापना से आनेवाली पीढ़ी फूलो-झानो के संघर्ष से प्रेरित होंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार व्यक्तिगत लाभ के लिए समाज को रसातल में नहीं ले जा सकते. सभी राजनीतिक दलों को यह संकल्प लेना होगा.