दुमका को दहलाने की कोशिश नाकाम, लकड़ापहाड़ी से 60 देसी ग्रेनेड, 10 किलो पीइटीएन व दो किलो विस्फोटक बरामद

दुमका : दुमका जिले के उग्रवाद प्रभावित काठीकुंड प्रखंड के लकड़ापहाड़ी इलाके में पुलिस व एसएसबी ने संयुक्त कार्रवाई करते गुप्ता सूचना पर 60 देसी ग्रेनेड, 10 किलो पीइटीएन तथा लाल रंग के दो किलो अन्य विस्फोटक बरामद किया है. हाल में ताला दा उर्फ सहदेव राय समेत तीन नक्सलियों को मार गिराये जाने के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 6, 2019 7:40 AM

दुमका : दुमका जिले के उग्रवाद प्रभावित काठीकुंड प्रखंड के लकड़ापहाड़ी इलाके में पुलिस व एसएसबी ने संयुक्त कार्रवाई करते गुप्ता सूचना पर 60 देसी ग्रेनेड, 10 किलो पीइटीएन तथा लाल रंग के दो किलो अन्य विस्फोटक बरामद किया है.

हाल में ताला दा उर्फ सहदेव राय समेत तीन नक्सलियों को मार गिराये जाने के बाद बदले की भावना में नक्सली संगठन लगातार पुलिस को नुकसान पहुंचाने की तैयारी कर रहे हैं. पर पुलिस के मजबूत सूचना तंत्र के आगे उनके नापाक मंसूबे पूरे नहीं हो पा रहे.

एसपी वाइएस रमेश से मिली जानकारी के मुताबिक नक्सली ऐसे देसी हैंड ग्रेनेड का इस्तेमाल पलामू जैसे जिलों में करते रहे हैं. नक्सलियों ने पुलिस या सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए ग्रेनेड को लट्टू बम भी कहते हैं. इसमें स्प्लींटर भी डाल रखा था, ताकि इसे पटक कर फोड़ने के बाद अधिक से अधिक नुकसान पहुंचाया जा सके. उन्होंने बताया कि एक देशी ग्रेनेड भारी तबाही मच सकती थी. एसपी ने बताया कि बरामद पीइटीएन व अन्य विस्फोटक तथा सारे देशी ग्रेनेड को बम डिटेक्शन व डिस्पोजल स्क्वायड के एक्सपर्ट टीम ने उसी इलाके में नष्ट कर दिया है.

चुनाव को लेकर माओवादियों की तैयारी : जिस तरीके से दुमका की पुलिस दो सप्ताह में लगातार तीसरी बार 23 फरवरी, 27 फरवरी व अब पांच मार्च को जंगल में छिपा कर रखे गये विस्फोटकों का जखीरा बरामद किया है.

उससे स्पष्ट हो चुका है कि दुमका में नक्सली चुनाव के समय में नुकसान पहुंचाने की तैयारी कर रहे हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में भी नक्सलियों ने बस को विस्फोटक का ही इस्तेमाल कर उड़ा दिया था. पांच पुलिसकर्मियों समेत आठ लोगों की जान ले ली थी और भारी मात्रा में हथियार-कारतूस लूट ले गये थे.

100 ग्राम पीइटीएन एक वाहन उड़ाने के लिए काफी

पीइटीएन अर्थात पेंटाइराइथ्रिटॉल टेटेरानाइट्रेट चीनी की तरह दिखने वाला बेहद ही खतरनाक विस्फोटक है. इसे जल्दी डिटेक्ट कर पाना भी मुश्किल होता है. इसकी थोड़ी मात्रा भी बड़ी तबाही मचाने के लिए काफी होती है.

आतंकवादियों के बाद अब माओवादियों तक इसके पहुंचने की बात अपने आप में बड़ा सवाल पैदा कर रही है. बताया जाता है कि 100 ग्राम पीटीइएन एक बड़े वाहन को उड़ाने तक के लिए पर्याप्त होता है. दुमका में अब तक 110 किलो पीइटीएन बरामद हो चुका है.

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