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दुमका : पाकुड़ में एसपी अमरजीत बलिहार हत्याकांड में शामिल इनामी नक्सिलयों ने किया सरेंडर
दुमका : पांच लाख रुपये की इनामी महिला नक्सली पीसी दी उर्फ प्रिसिला उर्फ सावड़ी देवी और किरण उर्फ पक्कू समेत छह हार्डकोर नक्सलियों ने सोमवार को दुमका में सरेंडर कर दिया. सरेंडर करनेवाले नक्सलियों में शामिल किरण उर्फ पक्कू पूर्व में मारे गये नक्सली ताला दा की पत्नी है. पक्कू के खिलाफ 16, जबकि […]
दुमका : पांच लाख रुपये की इनामी महिला नक्सली पीसी दी उर्फ प्रिसिला उर्फ सावड़ी देवी और किरण उर्फ पक्कू समेत छह हार्डकोर नक्सलियों ने सोमवार को दुमका में सरेंडर कर दिया. सरेंडर करनेवाले नक्सलियों में शामिल किरण उर्फ पक्कू पूर्व में मारे गये नक्सली ताला दा की पत्नी है. पक्कू के खिलाफ 16, जबकि पीसी दी के खिलाफ 15 मुकदमे दर्ज हैं.
पीसी दी के पति सुखलाल देहरी ने भी पुलिस के सामने हथियार डाल दिया है. सरेंडर करनेवाले नक्सलियों में पीसी दी और किरण सबजोनल कमेटी की मेंबर हैं, जबकि सिद्धो मरांडी एरिया कमेटी का मेंबर रहा है. प्रभात खबर ने नक्सलियों के सरेंडर करने से संबंधित खबर 13 जून को ही प्रकाशित की थी.
पीसी दी ने एके-47, किरण दी ने कार्बाइन, सिद्धो मरांडी ने इंसास राइफल, सुखलाल देहरी ने पिस्टल और भगत सिंह किस्कू ने राइफल के साथ सरेंडर किया. पीसी दी और किरण दी पर 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित था, जबकि सिद्धो मरांडी, प्रेमशीला देवी पर एक-एक लाख रुपये के इनाम की अनुशंसा की गयी थी.
सभी नक्सली भाकपा (माओवादी) से जुड़े थे. डीअाइजी दुमका राजकुमार लकड़ा ने बताया कि झारखंड सरकार के प्रत्यर्पण एवं पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर इन नक्सलियों ने सरेंडर किया है. सभी ने अपने-अपने परिजनों के माध्यम से आवेदन दिया था कि वे आत्मसमर्पण करना चाहते हैं.
सबजोनल कमांडर ताला दा के दस्ते के थे सभी
एसपी वाईएस रमेश ने बताया कि ये सभी नक्सली दुमका और संताल परगना के अन्य जिलों में सक्रिय थे. ये लोग सबजोनल कमांडर ताला दा उर्फ सहदेव राय के दस्ता में सक्रिय थे.
दस्ते के लिए इन्होंने कई घटनाओं को अंजाम दिया था. ताला दा 13 जनवरी, 2019 को पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था. सुखलाल देहरी और प्रेमशीला देवी को छोड़कर सभी चार नक्सली काठीकुंड में 02 जुलाई 2013 को पाकुड़ में एसपी अमरजीत बलिहार हत्याकांड में शामिल थे.
इनके विरुद्ध दुमका जिला में कई केस दर्ज हैं. सरेंडर करनेवाले सभी नक्सलियों को झारखंड सरकार की सरेंडर पॉलिसी के तहत पुलिस की ओर से तत्काल एक-एक लाख रुपये दिये गये. मौके पर डीआइजी एसएसबी सुमित जोशी, एसएसबी के कमांडेंट परीक्षित बेहरा, डीडीसी वरुण रंजन, अपर समाहर्ता सुनील कुमार, एसडीओ राकेश कुमार, एसएसबी के द्वितीय कमान अधिकारी संजय कुमार गुप्ता, एएसपी अभियान आरसी मिश्रा और एमानुएल बास्की व अन्य मौजूद थे.
बहला-फुसलाकर ले जाया गया था. नक्सल संगठन में जो सुविधाएं देने की बात कही गयी थी, वैसी सुविधाएं नहीं मिल रही थी. जंगल में दर-दर भटकना पड़ता था. हिंसा का रास्ता भी अच्छा नहीं लगता था. संगठन में शोषण होता था, कोई अधिकार भी नहीं मिलता था. राज्य सरकार के आत्मसमर्पण नीति के बारे में हमलोगों को जानकारी हुई, तो हमने आत्मसमर्पण करने की सोची.
पीसी दी, सब जोनल मेंबर, भाकपा माओवादी संगठन
इन नक्सलियों ने किया सरेंडर
1. पीसी दी, सबजोनल कमांडर काठीकुंड (दुमका) : पांच लाख
2. किरण टुडू,सबजोनल कमांडर पाकुड़िया (पाकुड़) : पांच लाख
3. प्रेमशीला उर्फ होपन टी, शिकारीपाड़ा (दुमका) : एक लाख
4. सिद्धो मरांडी, शिकारीपाड़ा (दुमका) : एक लाख
5. भगत सिंह हेंब्रम, मलुटी (दुमका)
6. सुखलाल देहरी, काठीकुंड
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