परिवहन व्यवस्था चरमरायी

दुमका: संताल परगना के सभी जिलों में मोटरयान निरीक्षक यानी एमवीआइ का पद खाली पड़ा है. इससे वाहन मालिकों और परिवहन व्यवसाय से जुड़े लोगों की परेशानी काफी बढ़ गयी है. वाणिज्यक वाहनों का पंजीकरण जहां बंद हो गया है, वहीं वाहनों के फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं मिल पा रहे है. इस वजह से ऐसे वाहन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2014 10:46 AM

दुमका: संताल परगना के सभी जिलों में मोटरयान निरीक्षक यानी एमवीआइ का पद खाली पड़ा है. इससे वाहन मालिकों और परिवहन व्यवसाय से जुड़े लोगों की परेशानी काफी बढ़ गयी है. वाणिज्यक वाहनों का पंजीकरण जहां बंद हो गया है, वहीं वाहनों के फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं मिल पा रहे है.

इस वजह से ऐसे वाहन जो किसी हादसे की वजह से जब्त किये गये थे, उन वाहनों को मुक्त किया जाना संभव नहीं हो पा रहा है. फिटनेस सर्टिफिकेट का नवीनीकरण नहीं होने से कई बसों-ट्रकों का परिचालन बंद हो गया है. इसके उल्लंघन में 6000 रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है.

नई गाड़ी खरीद दर्जनों वाहन मालिक फंसे : सावन के महीने में बस कारोबारियों ने नया वाहन खरीकर मुनाफा कमाने की सोची थी. ऐसे वाहन मालिकों को काफी नुकसान हुआ है. गाड़ी के कागजात एमवीआई नहीं रहने से पूरे नहीं हो पाये हैं. 20-25 लाख रुपये लगाकर गाड़ी महीने-डेढ़ महीने से ऐसे ही खड़ा रखना उनकी मजबूरी बन गयी है.

31 मई को हुए थे एमवीआइ सेवानिवृत्त
31 मई 2014 को दुमका के एमवीआई ओंकारनाथ मालवीय सेवानिवृत्त हो गये थे. सेवानिवृत्त होने से पूर्व श्री मालवीय दुमका, देवघर और जामताड़ा जिले के प्रभार में थे. मिली जानकारी के मुताबिक 27 अगस्त 2013 को श्री मालवीय एक हादसे में बुरी तरह जख्मी हो गये थे, जिसके बाद वे लंबे अवकाश में चले गये थे. इस दौरान विभागीय स्तर पर आदेश जारी होने के बाद 9 सितंबर को साहिबगंज के एमवीआई मो फुलेमान ने प्रभार लिया. वे खुद साहिबगंज के अलावा पाकुड़ व गोड्डा के अतिरिक्त प्रभार में थे. लिहाजा श्री मालवीय के अवकाश में जाने के बाद पूरे संप का प्रभारत उन्हें मिल गया था. इधर मई महीने के अंत में जब श्री मालवीय सेवानिवृत्त हुए, तो मो फुुलेमान को मुख्यालय बुला लिया गया. तब से यह पद रिक्त ही है.

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