Jharkhand news: दुमका के विधायक बसंत सोरेन ने पिछले दिनों स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता तथा हाल ही में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी तथा उपराजधानी दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चिकित्सकों की कमी को दूर करने के अहम मुद्दे पर ध्यानाकृष्ट कराया था. उसका सुखद परिणाम नजर आया है और अब स्वास्थ्य विभाग ने जिले में चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर बनाने और डॉक्टरों की कमी के दूर करने के प्रयास के तहत 13 नये सीनियर रेजिडेंट चिकित्सकों का पदस्थापन किया है. इसमें सभी चिकित्सकों ने फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Phulo Jhano Medical College Hospital- PJMCH) में योगदान कर लिया है.
अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के कारण मरीजों को काफी परेशानी हो रही थी. खासकर मेडिसिन, ऑर्थो और शिशु रोग विभाग में चिकित्सकों की घोर कमी थी. नये चिकित्सकों के योगदान करने से रोगियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल पायेगी. सुपरिटेंडेंट डॉ रवींद्र कुमार ने बताया विभागीय स्तर पर पीजेएमसीएच के लिए 13 सीनियर रेजिडेंट चिकित्सकों का पदस्थापन किया गया है. सभी ने अपना योगदान दे दिया है.
नये सत्र के पीजी डिग्री सीनियर रेजिडेंट मेडिसिन विभाग में डॉ रूथ के तारा, डॉ मुकुल प्रीतम, शिशु रोग विभाग डॉ शमीम अहमद, सर्जरी विभाग में डॉ अरबिंद केआर, डॉ कमलेश कुमार, अरुण मोझी एएस, नेत्र विभाग में मृणाल सिंह, ईएनटी डॉ मो नईमुद्दीन व पीजी डिप्लोमा सीनियर रेजिडेंट में शिशु रोग विभाग में डॉ मुनीर टीके, हड्डी रोग विभाग डॉ अंकित कुमार भालोटिया, स्त्री रोग विभाग में डॉ रुखसाना यासमीन शामिल हैं.
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मेडिसिन विभाग में सृजित पद 4 में 3 पदस्थापित 1 पद रिक्त, टीवी चेस्ट का पद रिक्त, चर्म रोग विभाग में पद रिक्त, मनोचिकित्सक पद में 2 में से 1 पद रिक्त, शिशु रोग विभाग में 2 कार्यरत, ऑर्थो विभाग में 2 में 1 पद रिक्त, ईएनटी विभाग में 1 कार्यरत, नेत्र विभाग में 1 कार्यरत, स्त्री एवं प्रसूति 2 पद में 1 कार्यरत, सर्जरी विभाग में 4 में 3 कार्यरत, रेडियोलॉजिस्ट विभाग में 2 पद रिक्त, एनेस्थेसिया विभाग में 3 पद रिक्त, फिजिकल मेडिसिन 2 पद रिक्त हैं.
चर्म रोग विभाग में लंबे समय से चिकित्सकों का पद रिक्त पड़ा हुआ है. पूर्व में पीजेएमसीएच में असिस्टेंट प्रोफेसर और सीनियर रेजिडेंट चिकित्सक ने योगदान किया था. किसी कारणवश दोनों ने नौकरी छोड़ दी. उस वक्त से चिकित्सकों का पद रिक्त पड़ा हुआ है. जिला के किसी सरकारी अस्पताल में चर्म रोग विशेषज्ञ नही रहने के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पडता है. छोटी-मोटी परेशानी के कारण भी लोगों को इलाज कराने के लिए जिला से बाहर जाना पड़ता है.
Posted By: Samir Ranjan.