आनंद कुमार जायसवाल
दुमका : दुमका के पंजाब नेशनल बैंक में हुई 31 लाख रुपये की डकैती की जांच के दौरान पुलिस ने बंगाल, बिहार, ओड़िशा, छत्तीसगढ़ और झारखंड के बैंकों में डाका डालने वाले अंतरराज्यीय लुटेरों के गिरोह का खुलासा किया है. दुमका के एसपी ने बताया कि हजारीबाग जिला के बरही का रहने वाला नसीम खान उर्फ जब्बार इस गिरोह का सरगना था. पुलिस ने उसे दुमका के पुसारो से गिरफ्तार किया. उसने 20 बैंक लूट में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. उसने अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के नाम भी बताये हैं, जिनकी धर-पकड़ के लिए पुलिस ने अभियान छेड़ दिया है.
एसपी ने बताया कि नसीम खान उर्फ जब्बार इन दिनों गुड़गांव में रह रहा है. जब भी डकैती की योजना बनती है, वह उस जगह पहुंच जाता है. इस बार भी वह किसी बैंक में लूटपाट के इरादे से यहां आया था. वह रेकी में लगा ही था कि पुलिस के हत्थे चढ़ गया. पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा और छत्तीसगढ़ के करीब 20 बैंकों में उसने डाका डाले हैं. कई राज्यों की पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुके नसीम खान उर्फ जब्बार से पूछताछ के लिए बिहार, झारखंड और बंगाल की पुलिस की टीमें दुमका पहुंच चुकी हैं.
एसपी ने बताया कि जब्बार ने स्वीकार किया कि उसने अब तक तीन से चार करोड़ रुपये बैंकों से लूटे हैं. वह कभी माधव गैंग का सदस्य था. पुरुलिया में पीएनबी से 84 लाख रुपये लूटे थे. इस लूट के बाद हिस्सेदारी को लेकर विवाद हुआ और उसने खुद को माधव गैंग से अलग कर लिया. इसके बाद उसने अपना गिरोह बनाया और कई बैंकों में डाका डाला. जिस वक्त उसे गिरफ्तार किया गया, उसके पास से देसी कट्टा और जिंदा कारतूस बरामद किये गये. पुलिस ने बताया कि उसके खिलाफ डेढ़ दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं.
एसपी ने बताया कि पीएनबी में डाका डालने के सिलसिले में गिरफ्तार कन्हैया यादव और सरोज यादव फिलहाल भागलपुर जेल में बंद हैं. सभी मामलों को सुलझाने के लिए पुलिस इन दोनों को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन देगी. कन्हैया और सरोज से पूछताछ में पुलिस को गिरोह से जुड़ी और कई अहम जानकारियां मिल सकती है, जिससे बैंक लूटने वाले गिरोहों के खात्मे में मदद मिलेगी. एसपी ने कहा कि जब्बार की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बहुत बड़ी सफलता है.