दुमका में बोले मोदी : झामुमो ने झारखंड को पिछड़ेपन का प्रतीक बनाया, हम भारत की नयी पहचान से जोड़ रहे

-प्रधानमंत्री ने कहा कि झारखंड के आदिवासी बच्चों को पढ़ाई-लिखाई के लिए ज्यादा दूर नहीं जाना पड़े, इसके लिए हर ब्लॉक में एकलव्य मॉडल स्कूल बनाने का संकल्प भाजपा का ही है. झारखंड में आइआइटी, एम्स जैसे उच्च शिक्षा के, इंजीनियरिंग और डॉक्टरी की पढ़ाई के संस्थान खुलें, ये काम भी भाजपा ने किया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2019 11:51 AM

-प्रधानमंत्री ने कहा कि झारखंड के आदिवासी बच्चों को पढ़ाई-लिखाई के लिए ज्यादा दूर नहीं जाना पड़े, इसके लिए हर ब्लॉक में एकलव्य मॉडल स्कूल बनाने का संकल्प भाजपा का ही है. झारखंड में आइआइटी, एम्स जैसे उच्च शिक्षा के, इंजीनियरिंग और डॉक्टरी की पढ़ाई के संस्थान खुलें, ये काम भी भाजपा ने किया है.

-पीएम ने कहा कि जिस झारखंड को झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने पिछड़ेपन का प्रतीक बनाया, उसी झारखंड को हम बदलते भारत की नयी पहचान से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. बीते 5 वर्षों में देश की सबसे बड़ी और करोड़ों लोगों का जीवन बदलने वाली योजनाओं की शुरुआत यहीं से हुई है.

-प्रधानमंत्री ने कहा कि झामुमो लंबे समय से कांग्रेस की सहयोगी रही है. दिल्ली में भी, बिहार में भी और फिर झारखंड में भी सरकारों में हिस्सा रही है. इतने वर्षों में इन्होंने झारखंड की पहचान के साथ पिछड़ा शब्द जोड़ दिया. इन्होंने आप पर खर्च होने वाले पैसे को लूटा और आप को पाई-पाई के लिए मोहताज रखा. झारखंड के 20 जिले ऐसे हैं, जहां कांग्रेस और उसके साथी, वर्षों से शासन के बावजूद बुनियादी सुविधाएं तक नहीं पहुंचा पाये. ये भाजपा की ही सरकार है, जिसने झारखंड के इन 20 जिलों को पिछड़े की बजाय आकांक्षी घोषित किया.

-प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं असम के भाइयों-बहनों का सर झुकाकर अभिनंदन करता हूं कि इन्होंने हिंसा करने वालों को अपने से अलग कर दिया है. शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात बता रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि देश का मान-सम्मान बढ़े ऐसा व्यवहार असम, नॉर्थ ईस्ट कर रहा है.

पीएम ने कहा, ‘कल्पना कीजिए, अगर बाबा तिलका मांझी सिर्फ अपना हित ही सोचते, तो क्या समाज के लिए इतना कुछ कर पाते? अगर सिद्धो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो, सिर्फ अपना लाभ ही देखते, तो क्या अंग्रेजों का मुकाबला कर पाते. ये तमाम सेनानी, ये तमाम शहीद, परिवार हित से ऊपर उठकर, समाज के हित में, राष्ट्र के हित में खड़े हुए.’

श्री मोदी ने आगे कहा, ‘भाजपा ऐसे ही संस्कारों को धारण करती है. उनको सम्मान देती है. भाजपा की सरकार आपको पूछे बगैर, आपकी अनुमति के बगैर कोई भी कदम नहीं उठा सकती.’ उन्होंने कहा, ‘जनहित, जनभावना और आपकी इच्छा ही हमारे लिए सर्वोपरि है.’

-उनके जीवन को सुधारने के लिए, इन गरीबों को सम्मान मिले, इसलिए भारत की दोनों सदनों में भारी बहुमत से इन गरीबों के लिए नागरिकता का निर्णय किया. कांग्रेस और उसके साथी तूफान खड़ा कर रहे हैं, उनकी बात चलती नहीं है, तो आगजनी फैला रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि ये जो आग लगा रहे हैं, ये कौन हैं, उनके कपड़ों से ही पता चल जाता है. देश का भला करने की, देश के लोगों का भला करने की इन लोगों से उम्मीद नहीं बची है. ये सिर्फ और सिर्फ अपने परिवार के बारे में सोचते हैं.

-हमारे देश की संसद ने नागरिकता कानून से जुड़ा एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है. इस बदलाव के कारण उन लोगों को बेहतर जीवन मिलेगा, जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में रह रहे थे. वहां कम संख्या में थे. अलग धर्म का पालन करने की वजह से उन पर वहां बेइंतहां जुल्म हुए. उनका वहां जीना मुश्किल हो गया. इन तीन देशों से हिंदू, ईसाई, सिख, पारसी, जैन, बौद्ध को वहां से अपना गांव, घर, परिवार सब कुछ छोड़कर भारत में शरणार्थी की जिंदगी जीने के लिए मजबूर होना पड़ा. उनके जीवन को सुधारने के लिए, इन गरीबों को सम्मान मिले, इसलिए भारत की दोनों सदनों में भारी बहुमत से इन गरीबों के लिए नागरिकता पर कानून बनाने का निर्णय किया.

-झामुमो और कांग्रेस के पास झारखंड के विकास का कोई न रोडमैप है और न इरादा है. न कभी भूतकाल में कुछ किया है. अगर वो जानते हैं, तो उनको एक ही बात का पता है कि भाजपा का विरोध करो, मोदी को गाली दो. भाजपा का विरोध करते-करते इन लोगों को देश का विरोध करने की आदत हो गयी है.

-आपने समाचारों में देखा होगा कि देश की संसद ने अभी नागरिकता कानून से जुड़ा एक महत्त्वपूर्ण बदलाव किया है.

-जिन लोगों पर आपने कभी भरोसा किया था, जिन्हें झारखंड के आदिवासियों ने मान-सम्मान दिया था, लेकिन उन्होंने खुद के लिए और परिवार के लिए बड़े-बड़े महल बनाये और आपको भूल गये.

-ये जनसमर्थन दिखा रहा है कि भाजपा को, कमल के फूल को, आप सभी का विशेषकर आदिवासियों का भरपूर समर्थन मिल रहा है.

-बीते कुछ दिनों में मुझे झारखंड के अलग-अलग क्षेत्रों में जनसभा करने का अवसर मिला है. मैं जहां भी जा रहा हूं, वहां की जनसभा पहले की रैली का रिकॉर्ड तोड़ देती है. यहां भी जहां तक नजर जाती है, लोग ही लोग आशीर्वाद देने आये हैं.

रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान से एक दिन पहले संथाल परगना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशाल रैली रविवार को होने जा रही है. 12:30 बजे प्रधानमंत्री दुमका एयरपोर्ट मैदान में संथाल परगना के भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करेंगे. भाजपा इस बार ‘अबकी बार 65 पार’ के संकल्प के साथ चुनाव लड़ रही है. लगातार केंद्रीय मंत्री झारखंड आ रहे हैं और चुनाव प्रचार कर रहे हैं. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्र में आदिवासी मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा दो दिन से संथाल परगना में कैंप कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें : AJSU पार्टी की महिला उम्मीदवार डॉ स्टेफी टेरेसा मुर्मू के साथ पीए ने की मारपीट, VIDEO

ज्ञात हो कि तीन चरण का मतदान समाप्त हो चुका है. सोमवार (16 दिसंबर, 2019) को धनबाद, बोकारो, गिरीडीह की 13 विधानसभा सीटों के अलावा संथाल परगना के देवघर जिले की दो सीटों (देवघर (एससी) और मधुपुर) पर मतदान होना है. इसके बाद पांचवें और अंतिम चरण में 20 दिसंबर को संथाल परगना की 16 सीटों पर चुनाव होंगे. संथाल परगना को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का गढ़ माना जाता है और भाजपा ने इस गढ़ को ध्वस्त करने का निश्चय कर रखा है. इसलिए आखिरी चरण के चुनाव में पार्टी ने संथाल फतह करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है.

इसे भी पढ़ें : अमित शाह बोले : पूर्वोत्तर के राज्यों में आग लगा रहे विपक्षी दल

अंतिम चरण में जिन 16 सीटों पर चुनाव हैं, उनमें से मात्र 5 सीटें ही भाजपा पिछली बार जीत पायी थी. वर्ष 2014 के चुनाव में सबसे ज्यादा 6 सीटें झामुमो ने जीती थीं, तो 3 सीट पर कांग्रेस और 2 सीट पर बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (जेवीएम-पी) जीती थी. उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को गिरीडीह और देवघर में जनसभाओं को संबोधित किया था. उन्होंने कांग्रेस और झामुमो के गठबंधन को राजनीतिक अवसरवादिता का गठबंधन करार दिया था. कहा था कि इस गठबंधन का उद्देश्य किसी भी तरह सत्ता प्राप्त करना और प्रदेश को लूटना है.

Next Article

Exit mobile version