दुमका : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने नागरिकता संशोधन कानून पर बवाल खड़ा कर दिया है. देश के विभिन्न हिस्सों में अशांति तथा आगजनी के पीछे विपक्षी पार्टियों का ही हाथ है. मोदी ने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए झारखंड में विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास झारखंड को विकसित करने का कोई रोडमैप या इच्छा नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस और उसके सहयोगी नागरिकता अधिनियम को लेकर आग भड़का रहे हैं, लेकिन पूर्वोत्तर के लोगों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन को अस्वीकार कर दिया है. कांग्रेस के कृत्य साबित करते हैं कि संसद में लिये गये सभी निर्णय सही हैं.’
मोदी ने दावा किया कि विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने केवल अपने लिए महलों का निर्माण किया और उन्हें लोगों की समस्याओं के बारे में कोई चिंता नहीं थी. केंद्र और राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकारों की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं राज्य में हमारी पार्टी द्वारा किये गये विकास कार्यों का लेखा-जोखा रखने यहां आया हूं.’
पीएम ने कहा कि जिस झारखंड को झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने पिछड़ेपन का प्रतीक बनाया, उसी झारखंड को हम बदलते भारत की नयी पहचान से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. बीते 5 वर्षों में देश की सबसे बड़ी और करोड़ों लोगों का जीवन बदलने वाली योजनाओं की शुरुआत यहीं से हुई है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि झामुमो लंबे समय से कांग्रेस की सहयोगी रही है. दिल्ली में भी, बिहार में भी और फिर झारखंड में भी सरकारों में हिस्सा रही है. इतने वर्षों में इन्होंने झारखंड की पहचान के साथ पिछड़ा शब्द जोड़ दिया. इन्होंने आप पर खर्च होने वाले पैसे को लूटा और आप को पाई-पाई के लिए मोहताज रखा.
श्री मोदी ने कहा कि झारखंड के 20 जिले ऐसे हैं, जहां कांग्रेस और उसके साथी, वर्षों से शासन के बावजूद बुनियादी सुविधाएं तक नहीं पहुंचा पाये. ये भाजपा की ही सरकार है, जिसने झारखंड के इन 20 जिलों को पिछड़े की बजाय आकांक्षी घोषित किया.