71वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर रविवार को उपराजधानी दुमका के पुलिस लाइन मैदान में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झंडोत्तोलन किया. इस मौके पर अपने भाषण में उन्होंने 71वें गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि यह दिवस आजादी को संप्रभुता का रूप प्रदान करता है. संविधान को सर्वोपरि मानना और उसके प्रति निष्ठावान होना हमारी देशभक्ति है.
राज्य के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार भीड़तंत्र के आगे न झुकेगी और न ही किसी को मनमानी की छूट देगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि वे चाईबासा लोहरदगा की घटना से मर्माहत हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सबको हिदायत दी है कि सभी लोग धर्म भाषा संस्कृति से ऊपर उठकर राज्य के विकास में सहयोग करें. सबको संविधान समान रूप से जीने का अधिकार देता है. सभी लोग आपसी भाईचारा और सहयोग-सद्भाव के साथ राज्य के विकास में सहयोग करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्वेष फैलाने वाले को सरकार नहीं बख्शेगी.
दुमका में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबकी सुनेंगे और सबको साथ लेकर चलेंगे. अपने अनुभवी, योग्य और संवेदनशील सहयोगियों के आशीर्वाद और मार्गदर्शन तथा युवाओं की ऊर्जा और उत्साह को साथ लेकर विकास की ऐसी लकीर खीचेंगे, जो गरीबों, वंचितों, आदिवासियों, दलितों और अल्पसंख्यकों के तकदीर की नयी इबारत लिखेगी.