पत्रकार एसके कर्ण नहीं रहे, दिल्ली में हुआ निधन
दुमका : एएन कॉलेज के मैथिली के शिक्षक और पत्रकार प्रो एसके कर्ण नहीं रहे. वे 53 वर्ष के थे. मूल रूप से मधुबनी जिला निवासी प्रो कर्ण दुमका में खुटाबांध के समीप डंगालपाड़ा में रहते थे. पिछले कुछ महीनों से वे बीमार चले रहे थे और एम्स दिल्ली में उनका इलाज चल रहा था. […]
दुमका : एएन कॉलेज के मैथिली के शिक्षक और पत्रकार प्रो एसके कर्ण नहीं रहे. वे 53 वर्ष के थे. मूल रूप से मधुबनी जिला निवासी प्रो कर्ण दुमका में खुटाबांध के समीप डंगालपाड़ा में रहते थे. पिछले कुछ महीनों से वे बीमार चले रहे थे और एम्स दिल्ली में उनका इलाज चल रहा था.
मिली जानकारी के मुताबिक उन्होंने तड़के चार बजे अंतिम सांस ली. मृदुभाषी व्यक्तित्व वाले प्रो कर्ण पिछले एक दशक से कई पत्र-पत्रिकाओं से भी जुड़े रहे. एएन कॉलेज में एनएनएस के कार्यक्रम पदाधिकारी के रूप में उन्होंने राज्य स्तर पर प्रतिनिधित्व किया था. उनके निधन पर दुमका के पत्रकारों ने गहरा शोक प्रकट किया है तथा शोक-संतप्त परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है.
सूचना भवन सभागार में पत्रकारों ने एक शोकसभा भी की और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. शोकसभा में जनसंपर्क पदाधिकारी प्रभात शंकर, पंडित अनूप कुमार वाजपेयी, संतोष कुमार, राहुल प्रियदर्शी, राजीव रंजन, राजकुमार उपाध्याय, अमरेंद्र सुमन, वीरेंद्र झा, विजय तिवारी, अमित बरियार, कुमार प्रभात, राजेश पांडेय, शैलेंद्र सिन्हा, रविकांत सुमन, रुपम किशोर सिंह, अशोक सिंह, प्रदीप सिंह, नवीन अंबष्ठ, उज्जवल दास, सिकंदर कुमार, गौतम कुमार आदि मौजूद थे.