दुमका के जामा में सड़क हादसे में 2 BJP नेता की मौत, गोड्डा सांसद बोले- पार्टी ने सच्चा सिपाही खो दिया
दुमका के जामा स्थित कटनिया गांव के पास सड़क दुर्घटना में सरैयाहाट भाजपा मंडल अध्यक्ष सहित दो की मौत हो गयी. अज्ञात वाहन की चपेट में आने से दोनों की जान चली गयी. इसकी जानकारी मिलने पर गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि पार्टी ने दो मजबूत और सच्चा सिपाही को खो दिया.
Jharkhand News: दुमका-भागलपुर मुख्य मार्ग (Dumka-Bhagalpur Main Road) पर जामा थाना क्षेत्र अंतर्गत कटनिया गांव के पास गुरुवार को अज्ञात वाहन की चपेट में आने से भाजपा के दो नेताओं की मौत घटनास्थल पर हो गयी. मृतकों में 45 वर्षीय बलराम राय सरैयाहाट में भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष थे, जबकि दूसरे की शिनाख्त 55 वर्षीय दिगंबर सिंह के रूप में हुई है. दिगंबर सिंह भी भाजपा के पुराने नेता थे. घटना की सूचना मिलते ही जामा थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर थाना भेजवाया. उस दौरान थोड़ी देर के लिये जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी. दोनों शव को हटाते ही यातायात चालू हो गयी. जानकारी के अनुसार, दोनों एक ही बाइक में सवार थे और दुमका से हंसडीहा की ओर जा रहे थे. मृतक मंडल अध्यक्ष बलराम राय सरैयाहाट थाना क्षेत्र के कारुडीह गांव के और दिगंबर सिंह हंसडीहा थाना क्षेत्र के तेतरिया गांव के रहनेवाले थे.
पार्टी ने मजबूत व सच्चा सिपाही खोया : डॉ निशिकांत दुबे
घटना की जानकारी मिलने पर गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने भी फोन से घटना की जानकारी ली. डॉ निशिकांत ने अपने शोक संदेश में कहा कि भाजपा ने अपना मजबूत और सच्चा सिपाही खो दिया. उन्होंने फोन कर स्थानीय नेता और कार्यकर्ताओं को घटनास्थल पर भेजा. भाजपा के नेता-कार्यकर्ता के अलावा मृतकों के सगे-संबंधी भी जामा पहुंचे. दुमका के सांसद सुनील सोरेन, पूर्व मंत्री डॉ लोइस मरांडी, जिला अध्यक्ष परितोष सोरेन, सुरेश मुर्मू भी पहुंचे. जिले के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला से इन दोनों के शवों को रात में ही पोस्टमार्टम करा देने का अनुरोध किया गया. उनकी अनुमति मिलने के बाद दोनों के शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए दुुमका फूलो झानो मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ले जाया गया.
राजनीतिक के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी थी दोनों की पहचान
बलराम राय और दिगंबर सिंह की पहचान भाजपा के राजनीतिक कार्यकर्ता के तौर पर तो थी ही, सामाजिक कार्यों में भी इनकी हमेशा सक्रिय भागीदारी दिखती थी. बलराम को तीन पुत्री और एक पुत्र है. तीनों पुत्री की शादी हो चुकी है. वहीं, दिगंबर सिंह को दो लड़के और दो लड़की है. इनकी पत्नी गीता देवी पारा शिक्षिका के पद पर कारूडीह मध्य विद्यालय में कार्यरत हैं. दोनों की हादसे में मौत की सूचना मिलते ही प्रखंड में शोक की लहर दौड़ पड़ी. घटवाल संघ के महासचिव रामप्रवेश राय सहित नंदकिशोर सिंह, पुरुषोत्तम सिंह, भागवत सिंह, गिरजानंद राय, झारखंडी राय, त्रिलोचन सिंह हेमलाल सिंह सहित प्रखंड के कई लोगों ने अपनी शोक संवेदना प्रकट की है. कहा है कि इनकी कमी हमेशा लोगों को खलेगी. ये काफी मिलनसार मृदुभाषी थे. लोगों के सुख-दुःख में हमेशा साथ रहते थे.