लाखों की रंगदारी वसूल चुका है गिरोह

दिगंबर लिखता था नक्सलियों के नाम पर पत्रप्रतिनिधि, दुमका कोर्टनक्सली संगठन के नाम पर लेवी व रंगदारी मांगने वाले गिरोह की गिरफ्तारी के बाद एसपी अनूप टी मैथ्यू ने बताया कि माओवादी बता कर रंगदारी की मांग करने में यह गिरोह 5-6 महीने से लगा हुआ था. काठीकुंड, गोपीकांदर एवं पाकुड़ जिला के कुछ क्षेत्रों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2015 10:03 PM

दिगंबर लिखता था नक्सलियों के नाम पर पत्रप्रतिनिधि, दुमका कोर्टनक्सली संगठन के नाम पर लेवी व रंगदारी मांगने वाले गिरोह की गिरफ्तारी के बाद एसपी अनूप टी मैथ्यू ने बताया कि माओवादी बता कर रंगदारी की मांग करने में यह गिरोह 5-6 महीने से लगा हुआ था. काठीकुंड, गोपीकांदर एवं पाकुड़ जिला के कुछ क्षेत्रों इस काम को अंजाम देते आये हैं. रंगदारी मांगने में जो परचा उन लोगों द्वारा साटा गया था वह माओवादियों द्वारा पूर्व में साटे गये परचे से मिलता जुलता था. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है माओवादियों से प्रेरित होकर ये युवक अपराध में आगे आ रहे थे और उसी प्रकार लाल स्याही में परचा तैयार कर उसपर धमकी भरा पत्र लिख कर खौफ पैदा करने का प्रयास करते थे. जो लेटर पैड पुलिस ने बरामद की है, उसमें पूर्वी रिजनल ब्यूरो केंद्रीय कमेटी भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी लिखा हुआ है. चौकीदार का बेटा ही है मास्टर माइंडगिरफ्तार दिगंबर राय ने पुलिस को बताया है कि रंगदारी मांगने में जो परचा लिखा गया, उसे उसने स्वयं तैयार किया था. 25 लाख रुपये रंगदारी में देने की बात भी उसी ने लिखी थी और नहीं देने पर काम बंद करा देने और जान से मारने की भी बात लिखी थी. गिरोह का मास्टर माइंड भी यही दिगंबर राय ही है, जो लेटो के चौकीदार का बेटा है. उसे मुख्य सहयोगी के रूप में जैप का जवान ऐनूल सोरेन मदद करता था. इन चारों के अलावा उनके कुछ अन्य सहयोगी युवक अभी पुलिस की पकड़ में नहीं आये हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.

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