कैम्पस-//शीघ्र होगा प्री पीएचडी टेस्ट, मांगी गयी शोध निदेशकों की सूची
15 जनवरी 2009 से पूर्व के पंजीकृत शोधार्थियों का होगा पुर्नपंजीकरणसंवाददाता, दुमका पीजीआरसी की बैठक वीसी प्रो डॉ कमर अहसन की अध्यक्षता में हुई, जिसमें प्री पीएचडी टेस्ट आयोजित करने के लिए सभी जगहों से शोध निदेशकों की सूची मंगाने तथा रिक्तियों के आधार पर शीघ्र कार्रवाई करने के निदेश दिये गये. वहीं यूजीसी 2009 […]
15 जनवरी 2009 से पूर्व के पंजीकृत शोधार्थियों का होगा पुर्नपंजीकरणसंवाददाता, दुमका पीजीआरसी की बैठक वीसी प्रो डॉ कमर अहसन की अध्यक्षता में हुई, जिसमें प्री पीएचडी टेस्ट आयोजित करने के लिए सभी जगहों से शोध निदेशकों की सूची मंगाने तथा रिक्तियों के आधार पर शीघ्र कार्रवाई करने के निदेश दिये गये. वहीं यूजीसी 2009 के रेगुलेशन के आधार पर कोर्स वर्क शुरू कराने के निर्णय लिए गये. वैसे शोधार्थी जिन्होंने संक्षिप्त शोध सार अर्थात सिनोप्सिस जमा कर दिया है, पर उन्हें पंजीयन संख्या आवंटित नहीं किया गया है, ऐसे शोधार्थियों के मामलों में कार्रवाई के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गयी. इसमें विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता डॉ आरके दास के अलावा रसायन शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ हसमत अली एवं भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अवध प्रसाद शामिल किये गये. 15 जनवरी 2009 के पूर्व पंजीयन आवंटित शोधार्थियों के पूनरपंजीकरण कराने के निर्णय भी लिए गये तथा राज्यपाल सचिवालय व राज्य सरकार से अनुमोदित प्रावधानों पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया. बैठक में प्रतिकुलपति डॉ रामयतन प्रसाद, कुलसचिव डॉ पीके घोष, डीन डॉ आरके दास, बॉटनी के हेड एपी अंबुज, फिजिक्स के डॉ अवध प्रसाद, केमिस्ट्री के डॉ हसमत अली, गणित के डॉ एसएन अधिकारी, जूलोजी के डॉ बीके वर्मा, डॉ ए सत्तार, परीक्षा नियंत्रक डॉ एसके सिन्हा, सहायक कुलसचिव राजकुमार झा तथा शोध शाखा के प्रभारी डॉ एसएल बौंडिया मौजूद थे.